>> इस नए सिस्टम को DAC का नाम दिया जा रहा है यानी कि डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड. अब सिर्फ बुकिंग करा लेने भर से सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी बल्कि आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा उस कोड को जब तक आप डिलीवरी बॉय को कोड नहीं दिखायेंगे तब तक डिलीवरी पूरी नहीं होगी.
>> हालांकि अगर कोई कस्टमर ऐसा भी है जिसने डिस्ट्रीब्यूटर को मोबाइल नंबर अपडेट नहीं कराया है तो डिलीवरी बॉय के पास के ऐप होगा जिसके जरिए आप रियल टाइम अपना नंबर अपडेट करवा पाएंगे. और उसके बाद कोड जनरेट कर सकेंगे.
#AwaazStory | डोमेस्टिक सिलेंडर की चोरी रोकने और सही कस्टमर की पहचान के लिए LPG सिलेंडर का नया डिलिवरी सिस्टम, जानिए पूरा अपडेट @priyadarshi108 से pic.twitter.com/KDHyfGDCzr
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) October 15, 2020
>> ऐसे में उन कस्टमर्स की मुश्किलें बढ़ जाएँगी जिनका एड्रेस गलत और मोबाइल नंबर गलत हैं तो इस वजह से उन लोगों की सिलेंडर की डिलीवरी रोकी जा सकती है.
>> तेल कंपनियां इस सिस्टम को पहले 100 स्मार्ट सिटी में लागू करने वाली हैं. इसके बाद बाकि धीरे-धीरे दूसरी सिटी में भी लागू कर सकती हैं. जयपुर में इसका पायलट प्रोजेक्ट पहले से चल रहा है.
95 फीसदी से ज्यादा इस प्रोजेक्ट का सक्सेस रेट तेल कंपनियों को मिला है. बता दें कि ये सिस्टम कमर्शियल सिलेंडर पर लागू नहीं होगा सिर्फ डोमेस्टिक के लिए ये रूल्स लागू किये जाएंगे.