पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बयान पर जवाब
वह एक मीडिया ब्रीफिंग में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ द्वारा ‘द वायर’ समाचार वेबसाइट को दिये गये साक्षात्कार के संबंध में पूछे गये प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे. यूसुफ ने साक्षात्कार में कश्मीर समेत अनेक मुद्दों पर टिप्पणी की. श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा एक भारतीय मीडिया संस्थान को दिये गये साक्षात्कार की खबरें देखी हैं. उन्होंने भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है.’
न्यूज़18 को सूत्रों ने बताया कि भारत की तरफ से बातचीत का कोई भी प्रस्ताव पाक को नहीं दिया गया है और पाकिस्तान NSA का दावा बेबुनियाद है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A हटाने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तल्खी है. 5 अगस्त 2019 के बाद दोनों देशों ने अपने-अपने उच्चायुक्तों को वापस बुलाया था. इस साल जून में पाक उच्चायोग के अधिकारियों पर जासूसी के आरोपों के बीच भारत ने पाक उच्चायोग को 50% स्टाफ कम करने को कहा. और साथ ही इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग से अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या कम की गई. इस माहौल में भारत का बातचीत का प्रस्ताव पाकिस्तान की महज़ कल्पना है.
घरेलू असफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश
उन्होंने कहा, ‘हमेशा की तरह यह पाकिस्तान की मौजूदा सरकार की घरेलू विफलताओं से ध्यान हटाने की तथा रोजाना सुर्खियों में भारत को खींचकर उसके घरेलू घटकों को गुमराह करने की कोशिश है.’ श्रीवास्तव ने कहा कि अधिकारी को सलाह दी जाती है कि अपनी सलाह अपने देश तक सीमित रखें और भारत की घरेलू नीति पर टिप्पणी नहीं करें. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘उनके बयान जमीनी तथ्यों के विरोधाभासी, भ्रामक और फर्जी हैं.’ एक अलग प्रश्न के उत्तर में श्रीवास्तव ने कहा कि भारत म्यामां की नौसेना को किलो श्रेणी की एक पनडुब्बी की आपूर्ति करेगा.