65 साल के अंगड़ी को कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था. उनके निधन पर पीएम मोदी ने शोक जताते हुए कहा था कि उन्होंने कर्नाटक में भाजपा को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी और उनकी हर कोई तारीफ करता था. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भी बुधवार को घोषणा की थी कि दिवंगत रेल राज्यमंत्री की स्मृति में नयी दिल्ली में एक स्मारक का निर्माण किया जाएगा. बता दें कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार राष्ट्रीय राजधानी में किया गया था.
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पासवान के निधन से राजनेताओं और समर्थकों में शोककेंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर तमाम राजनेता और पासवान के समर्थक शोक की लहर में डूब गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा है कि उनके निधन से देश में ऐसा शून्य पैदा हुआ है जो शायद कभी नहीं भरेगा. वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पासवान के निधन को भारतीय राजनीति के लिये अपूरणीय क्षति बताया है. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने भी पासवान के देहावसान पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि आज हमारे घर पर चूल्हा नहीं जलेगा.
तीन हफ्तों में तीन बड़े नेता कैबिनेट से हुए कम
बता दें केंद्र की मोदी कैबिनेट से पिछले तीन हफ्तों में तीन बड़े नेता कम हुए हैं. सुरेश अंगड़ी के निधन से कुछ दिन पहले 18 सितंबर को हरसिमरत कौर बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में इस्तीफा दे दिया था. हरसिमर कौर बादल के इस्तीफे के बाद खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को सौंपा गया था.
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23 सितंबर को सुरेश अंगड़ी का कोविड-19 के चलते निधन हो गया. इसके बाद आज गुरुवार 8 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने लंबी बीमारी के बाद इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
केंद्रीय मंत्रिमंडल से तीन अहम मंत्रियों की रुखसती के बाद कैबिनेट के विस्तार को लेकर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं.