भारत ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप को देखते हुए 16 मार्च को पाकिस्तान (Pakistan) में करतारपुर साहिब गुरुद्वारे (Kartarpur Sahib Gurdwara) के लिए तीर्थयात्रा और पंजीकरण को अस्थायी रूप से निलंबित (temporarily suspended) कर दिया था. पाकिस्तान ने कहा कि शनिवार को वह देश में कोविड-19 स्थिति (Covid-19 situation) में सुधार के बाद करतारपुर कॉरिडोर खोल रहा था. पाकिस्तानी मीडिया में रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की अधिसूचना (government’s notification) के अनुसार भारतीय तीर्थयात्रियों (Indian pilgrims) को सुबह से शाम तक गुरुद्वारे में जाने की अनुमति होगी.
MEA इस पर निर्णय के लिए गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के संपर्क में
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, हम गृह मंत्रालय (MHA) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सहित सभी संबंधित अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरीडोर को फिर से खोलने का निर्णय कोरोना वायरस प्रोटोकॉल और प्रतिबंधों में ढील के अनुसार लिया जाएगा.उन्होंने कहा, “पिछले साल और करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के समय और अक्टूबर 2019 में हस्ताक्षरित द्विपक्षीय समझौते में, यह निर्णय लिया गया था कि दोनों पक्ष तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और समस्या रहित आवाजाही के लिए, जल्द से जल्द बूढ़ी रावी की धारा पर एक पुल के निर्माण सहित अपेक्षित बुनियादी ढांचे की स्थापना करेंगे..”
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श्रीवास्तव ने कहा कि इस्लामाबाद को फैसले के एक साल बाद अब भी पुल का निर्माण करना बाकी है, जबकि यह भारत की ओर से तैयार किया जा चुका है. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के साथ 27 अगस्त, 2020 को दो टीमों की तकनीकी बैठक भी हुई थी. हालांकि, पाकिस्तान की ओर से कोई प्रगति नहीं हुई है.”