पिछले एक दशक में कोयला उत्पादन में लगातार वृद्धि का ट्रेंड रिकॉर्ड किया गया। पहली बार बढ़त के इस ट्रेंड पर कोरोना के कारण ब्रेक लगा है। 2018-19 के मुकाबले 2019-20 और 2020-21 में कम कोयला उत्पादन हुआ है। यह खुलासा इसी सप्ताह जारी कोयले की स्टैटिस्टिक्स रिपोर्ट 2020-21 में किया गया है। 2020-21 में सभी प्रकार के कोयले के उत्पादन में कमी दर्ज हुई है। रिपोर्ट में विस्तार से इसकी जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट में पिछले एक दशक के कोयला उत्पादन की स्टैटिस्टिक्स को देखें तो यह स्पष्ट होता है कि आवश्यक वस्तु अधिनियम की श्रेणी में आने वाले कोयले के उत्पादन पर भी कोरोना की मार पड़ी। 2020-21 में मैटलर्जिकल कोल का उत्पादन 32.276 मिलियन टन हुआ जो पिछले साल के मुकाबले (-8.96%) कम है।
कोकिंग कोल का उत्पादन 44.787 मिलियन टन हुआ जो पिछले साल के मुकाबले (-15.39%) कम है। वहीं ननकोकिंग कोल का उत्पादन 671.297 मिलियन टन है जो पिछले साल के मुकाबले कम है। ओवर ऑल रॉ कोल के उत्पादन के आंकड़े को देखें तो 716.084 मिलियन टन है और पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले (-2.02%) कम है।
एक दशक यानी 2011-12 से 2020-21 तक के कोयले की मुकम्मल स्टैटिस्टिक्स को इस ग्राफ के माध्यम से समझा जा सकता है जिसे कोयले की प्रोविजनल स्टैटिस्टिक्स रिपोर्ट 2020-21 में दिया गया है।