वाराणसी में कार से कूदकर बचाओ-बचाओ चिल्लाने वाली दुल्हन के मामले में अजब खुलासा हुआ है। मामला शादी और फ्राड के साथ लूट का निकला है। बचाओ-बचाओ करने वाली महिला एक सक्रिय गिरोह की सदस्य निकली है। यह गिरोह महिला की पहले कहीं शादी तय करते हैं। शादी के नाम पर दूल्हे पक्ष से नगद रुपये लिये जाते हैं। रुपये ठीक-ठाक मिल गए तो शादी के अगले ही दिन सभी फरार हो जाते हैं। अगर रुपये नहीं मिले तो ससुराल जाने के बाद वहां से लूटपाट कर फरार हो जाते हैं। गुरुवार को वाराणसी के एक होटल में महिला ने पांचवीं शादी की थी। होटल में ही तय रुपये मिल गए तो महिला बचाओ बचाओ करके भागने की फिराक में थी। फिलहाल महिला को थाने में ही रखा गया है। पुलिस महिला के खिलाफ तहरीर का इंतजार कर रही है।
झारखंड के धनबाद की रहने वाली सलमा खातून दो बच्चों की मां भी है। उसके गिरोह के लोगों ने कुछ दिन पहले सलमा खातून की पांचवी शादी राजस्थान के जाजे कला शाहपुर के कैलाश से तय की थी। शर्त के मुताबिक शादी के लिए 1 लाख 70 हजार रुपए मिलने थे। वाराणसी के होटल में शादी रखी गई थी। होटल में ही दूल्हा पक्षे से पूरे रुपये ले लिए गए। महिला झारखंड से वाराणसी के होटल में आई थी। जहां पर गुरुवार की दोपहर हिंदू रीति रिवाज से कैलाश के साथ उसने सात फेरे लिए। होटल से ही भागने का मौका नहीं मिला।
इसके बाद दुल्हन बनी सलमा अपने पति और उसके परिजनों के साथ कार से इलाहाबाद के लिए रवाना हो गई। इलाहाबाद से ट्रेन से उन्हें राजस्थान जाना था। इस बीच कपसेठी चौराहे पर चालक ने चाय पीने के लिए कार रोक दी। कार रुकते ही दुल्हन बनी सलमा ने भागने के लिए ड्रामा शुरू कर दिया। बचाओ बचाओ चिल्लाते हुए अपने अपहरण की बातें करने लगी। ग्रामीणों ने उसकी बातों पर भरोसा किया और कार सवार लोगों को पकड़ लिया। जिस पर ग्रामीण पकड़ कर इन सभी लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया। अचानक हुई घटना से कार सवार भी सकपका गए। पैसे देकर शादी की थी इसलिए ग्रामीणों को कुछ बोल भी नहीं सके।
लोगों ने शादी कराने आए पंडित मुरारी लाल शर्मा, दूल्हा कैलाश, उसके बड़े भाई रामसहाय, साथ आए सुरेंद्र, ममेरे भाई गणपत और चालक को पकड़ लिया। थाने पहुंचे लोगों ने शादी की बातें बताईं तो पुलिस का माथा ठनका। दुल्हन की मां को भी शुक्रवार दोपहर कपसेठी थाने बुला लिया गया। इसके बाद पुलिस के सामने उसने सारी बात उगल दी। थानाध्यक्ष अनिल मिश्रा ने बताया कि इस मामले में किसी पक्ष से तहरीर नहीं मिली है इसलिए कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल दोनों पक्ष थाने में ही मौजूद हैं।