पुलिस राज्यसभा चुनाव 2016 में पैसों के लेन-देन से जुड़े सबूत इकट्ठा कर रही है। वोट नहीं देने वाले तत्कालीन विधायकों देवेंद्र कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह और चमरा लिंडा के संबंध में अलग-अलग पहलुओं पर जांच हो रही है। पुलिस उनके बैंक खातों के साथ-साथ अस्पताल के रिकॉर्ड भी खंगाल रही है। इसके अलावा कई अन्य बैंकों को भी पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई।
केस की मॉनिटरिंग कर रहे सीआईडी के एडीजी अनिल पालटा ने केस के अनुसंधान पदाधिकारी अभय कुमार सिंह को निर्देश दिया था कि कांग्रेस के तत्कालीन विधायक देवेंद्र कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह व उनकी पत्नी के बैंक खातों की जांच की जाए।
पुलिस अधिकारियों को अनुमान था कि एक मई 2016 से जून 2016 के बीच बैंक खातों में पैसों का काफी ट्रांजेक्शन हुआ होगा। आदेश के बाद जगन्नाथपुर पुलिस के अनुसंधानकर्ता अभय कुमार सिंह ने एसबीआई मेन ब्रांच को पत्र लिखकर बिट्टू सिंह व उनकी पत्नी के नाम पर खोले गए खातों में हुए ट्रांजेक्शन के संबंध में जानकारी मिली थी। हालांकि किसी भी खाते में अधिक व अनाम तरीके से ट्रांजेक्शन की पुष्टि अबतक की जांच में नहीं हुई है।
किन खातों में मिले कितने रुपये
केस के अनुसंधानकर्ता को भेजे गए जवाब में बैंक ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक, देवेंद्र सिंह के गैंस एजेंसी के नाम पर एसबीआई जीएलए कॉलेज शाखा के खाता में जमा कुल क्लोजिंग बैलेंस 4.37 लाख रुपये हैं। वहीं देवेंद्र कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह के नाम पर एसबीआई जीएएए कॉलेज शाखा में जमा राशि 8.01 लाख रुपये है। देवेंद्र कुमार सिंह के नाम पर एसबीआई डोरंडा रांची में स्थित खाते में जाम राशि कुल 988 रुपये हैं, वहीं देवेंद्र कुमार सिंह की पत्नी सोनम सिंह के नाम पर एसबीआई जीएलए कॉलेज शाखा में 3.68 लाख रुपये जमा है। ये जमा राशि 30 जून 2016 तक की है।
कई अन्य बैंकों को भी पत्र लिखकर मांगी गई जानकारी
देवेंद्र कुमार सिंह व उनकी पत्नी सोनम सिंह के पैन कार्ड की जानकारी पुलिस ने एसबीआई के बाद केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक को दी है। साथ ही पूछा है कि बैंक में अगर इस पैन कार्ड से कोई खाते हों तो इसकी जानकारी दें। केस के अनुसंधानकर्ता को आदेश दिया गया है कि इन बैंकों से जानकारी जुटाकर इसकी इंट्री केस दैनिकी में करें।
चमरा लिंडा के इलाज संबंधी कागजात भी जुटा रही पुलिस
11 जून 2016 को राज्यसभा चुनाव के ठीक पहले झामुमो विधायक चमरा लिंडा अस्पताल में भर्ती हो गए थे। भर्ती होने के बाद जगन्नाथपुर थाना के एक केस में पुलिस ने उन्हें अस्पताल में ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस अब आर्किड अस्पताल के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से विधायक चमरा लिंडा के इलाज से जुड़े कागजात की मांग की है। इसे भी केस दैनिकी में अंकित करने का निर्देश जारी हुआ है।