झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोमवार को रथ यात्रा के अवसर पर धुर्वा रांची स्थित जगन्नाथ मंदिर पहुंचे। मुख्य मंदिर का पट बंद रहने के कारण बाहर द्वार से ही शीश झुका कर भगवान से प्रार्थना की। मौके पर मंदिर के पुजारी ने गर्भगृह के बाहर ही विधि-विधान पूर्वक पूजा संपन्न कराई।
सरकार के निर्देश के तहत मंदिर का पट आम लोगों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है इसी कारण मुख्यमंत्री ने भी मंदिर के बाहर से ही पूजा-अर्चना की तथा राज्यवासियों की सुख-समृद्धि की भगवान जगन्नाथ से कामना की। मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा रथयात्रा की अनुमति नहीं देने के लिए भगवान जगन्नाथ से क्षमा भी मांगी।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर महाप्रभु की पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों की सुख-समृद्धि हेतु प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ के प्रति आस्था रखते हुए अपने-अपने घरों में ही महाप्रभु की आराधना करने की अपील राज्यवासियों से की है। pic.twitter.com/caZQ9AgClP
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) July 12, 2021
मौके पर मंदिर परिसर में प्रेस-मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम सोरेन ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आज का दिन रथयात्रा का दिन है। परंपरा के अनुसार हम सभी लोग रथयात्रा को बहुत ही हषोर्ल्लास के साथ मनाते रहे हैं। आज के दिन भगवान जगन्नाथ जी के मंदिर परिसर में काफी चहल-पहल हुआ करता था जिसके गवाह हम सभी लोग हैं। दुर्भाग्य है कि पिछले वर्ष तथा इस वर्ष भी वैश्विक महामारी कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने निमित्त रथयात्रा नहीं निकल पा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा राज्य एवं देश वैश्विक महामारी से गुजर रहा है इस महामारी में न जाने कितने लोगों ने अपनी जान गवाई है। कोरोना महामारी से कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया है। कई बच्चों से उनके माता-पिता का साया उठा है। आज भी कोरोना संक्रमण हमारे ईद-गिर्द मंडरा रहा है। पुन: संक्रमण का ध्यान रखते हुए इस बार भी भारी मन से रथयात्रा नहीं निकाल पाने का निर्णय राज्य सरकार को लेना पड़ा है।
मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ के प्रति आस्था रखते हुए अपने-अपने घरों पर ही भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना तथा आराधना करने की अपील लोगों से की है। मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन, मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद सहित अन्य लोग उपस्थित थे।