ब्लैक फंगस के शिकार दो और मरीजों की मौत हो गई है। इसके साथ ही प्रदेश में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। प्रदेश में सात नए मरीज मिले हैं।इस तरह ब्लैक फंगस के 39 मरीजों की राज्य में अभी तक पुष्टि हो चुकी है। जबकि 47 संदिग्ध मरीज हैं। अभी तक राज्य में मिले ब्लैक फंगस के 86 मामलों में से 10 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं।
ब्लैक फंगस के मरीजों में रांची में 26, पूर्वी सिंहभूम में 15, रामगढ़ में सात,गिरिडीह में छह, हजारीबाग में छह, पलामू में चार,चतरा में तीन, गढ़वा में तीन, धनबाद में तीन, बोकारो में दो, कोडरमा में दो, गोड्डा में दो, गुमला में दो, देवघर में एक, दुमका में एक, जामताड़ा में एक, लातेहार में एक, साहिबगंज में एक मामले हैं।
भारत सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन फोटेरेसिन बी के 70 वॉयल झारखंड भेजे हैं। मरीजों की संख्या के अनुपात में ये इंजेक्शन आवंटित किए गए हैं।