बोकारो थर्मल-कुरपनिया मुख्य मार्ग पर एक नंबर पुलिया के नीचे से सोमवार को करीब 20 किलो का लैंड माइंस बरामद किया गया। जहां से यह मिला, सीसीएल खासमहल परियोजना कार्यालय महज पांच सौ मीटर दूर है। बेरमो एसडीपीओ सतीश चंद्र झा की देखरेख में सीआरपीएफ बम निरोधक दस्ता ने लैंड माइंस को डिफ्यूज कर दिया है। इसकी आवाज 6-7 किमी दूर तक सुनी गई। यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित है। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पुलिस को नुकसान पहुंचाने के इरादे से माओवादियों का यह काम है।
पेपर बॉय लैंड माइंस के पास ले गया: इससे पहले बोकारो एसपी चंदन कुमार झा को मिली गुप्त सूचना पर गांधीनगर थाना और सीआरपीएफ 26वीं बटालियन के जवानों ने करीब डेढ़ किमी तक इलाके की घेराबंदी की। आवाजाही रोक दी गई। फिर पेपर बॉय नामक खोजी कुत्ता के सहारे करीब चार घंटे तक खोज के बाद लैंड माइंस दोपहर में मिला। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
वर्ष 2006 में नक्सलियों ने मचाया था कोहराम: उस समय नक्सलियों ने सीसीएल खासमहल परियोजना स्थित सीआईएसएफ कैंप पर हमला कर हथियार लूट लिए थे। साथ ही दो सीआईएसएफ जवान सहित कुल छह की मौत हो गई थी। अभियान में सीआरपीएफ के अधिकारी केवाईसी नारायण बलायूं, 26वीं बटालियन के एसी शिबू मलिक, सीआईएसएफ डीसी रति इंदौरा, बेरमो सर्किल इंस्पेक्टर गंजेद्र पांडेय, बोकारो थर्मल थाना प्रभारी रविंद्र सिंह, गांधीनगर थाना के संजय सिंह आदि अभियान में शामिल थे।