टाटा स्टील में रिटायर होने वाले कर्मचारी तत्काल क्वार्टर खाली करेंगे। पहले रिटायर होने के बाद तीन माह तक क्वार्टर रखने की छूट थी। कंपनी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अवधि से अधिक समय तक क्वार्टर रखने वाले कर्मचारियों की चिकित्सकीय सुविधा पर रोक लगा दी गई है। कई कर्मचारियों ने टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष और महामंत्री के पास गुहार लगाई है।
क्या है मामला
मेडिकल एक्सटेंशन बंद होने पर प्रबंधन और यूनियन के बीच सहमति बनी थी कि मेडिकल आधार पर कर्मचारियों को एक वर्ष के सेवा विस्तार के बदले पांच वर्षों में किस्तों में 7.20 लाख रुपये दिए जाएंगे। कर्मचारियों को मेडिकल आधार पर 15 माह तक क्वार्टर रखने की अनुमति होगी।
जरूरत पड़ने पर कर्मचारियों के आग्रह पर यूनियन की अनुशंसा पर अतिरिक्त तीन माह और प्रबंधन भी यूनियन की विशेष अनुशंसा पर और तीन माह के लिए क्वार्टर रखने की अनुमति देगी। इस तरह कोई भी कर्मचारी इस सहमति के आधार पर अधिकतम कुल 21 माह तक क्वार्टर रख सकते थे।
21 माह के बाद क्वार्टर रखने पर प्रतिदिन 200 रुपये की दर से भाड़ा उनके जमा मेडिकल राशि से काट ली जाएगी। क्वार्टर खाली करने के बाद ही शेष राशि का भुगतान किया जाता है। कुछ कर्मचारियों ने अंतिम तीन माह के लिए क्वार्टर रखने की अनुमति के लिए यूनियन के अध्यक्ष के अनुशंसा कराकर प्रबंधन को आवेदन दिया जिसे प्रबंधन ने ठुकरा दिया गया।
तब कर्मचारियों ने मामले को अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी और महामंत्री सतीश कुमार सिंह के पास ले गये। इस मुद्दे पर सतीश सिंह ने कहा कि यूनियन देखेगी कि किन कारणों से क्वार्टर रखने की अनुमति नहीं दी गई। यूनियन इसके लिए प्रबंधन से बात करेगीI