केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूमगढ़ के घोड़ादुआ एवं गुड़ाबांदा के हथियापाटा में बनने वाले एकलव्य विद्यालय का शिलान्यास किया। इस क्रम में केंद्रीय मंत्री के साथ झारखंड सरकार के कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, सांसद विद्युतवरण महतो, घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन, चाकुलिया के विधायक समीर मोहंती उपस्थित थे।
शिलान्यास स्थलों पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 452 एकलव्य स्कूल खोलने का निर्देश दिया है। पीएम मोदी की सोच को धरातल पर उतारने के लिए वे कृत संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि एकलव्य विद्यालय में एसटी-एससी, ओबीसी के छात्र पढ़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड में अपने प्रयास से 92 एकलव्य आवासीय विद्यालय की स्वीकृति केन्द्र सरकार से कराई है। इन विद्यालयों में 90 प्रतिशत एसटी एवं 10 प्रतिशत एससी छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होनें कहा कि 240 छात्र और 240 छात्राएं कुल 480 बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण करेंगे। उन्होंने बताया कि पूरे देश में कक्षा एक से लेकर पीजी तक की पढ़ाई में सरकार हर साल 3 हजार करोड़ रुपय खर्च कर रही है।
भविष्य की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि वर्तमान में आदि आदर्श ग्राम योजना की तैयारी चल रही है। इस योजना के तहत ऐसे गांवों को शामिल किया जाएगा जो बिल्कुल सुविधाविहीन हैं। इन गांवों के ग्रामीणों को मौलिक अधिकार कैसे मिले इसके लिए उन्हें जागरूक भी किया जाएगा। इस योजना में चयनित गांवों में सारी मूलभूत सुविधाएं होंगी। गावों में कम्यूनिटी फॉरेस्ट्री को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से कोविड का टीका लेने की भी अपील की। मुंडा ने कहा कि केंद्र सरकार ने 45 बच्चों को विदेश में पढ़ाने का काम किया है। इसके लिए 60 लाख प्रति बच्चा केंद्र सरकार खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड में कल्याण मंत्री रहने के दौरान उन्होंने पायलट प्रशिक्षण शुरू कराया था। आज इसका प्रशिक्षण लेने वाले युवा हवाई जहाज उड़ा रहे हैं।