टाटा मोटर्स के कर्मचारियों का ग्रुप प्रमोशन हुआ है। कंपनी में 600 से ज्यादा कर्मियों को प्रोन्नति दी गई है। यह प्रमोशन इस वर्ष 1 अप्रैल से प्रभावी होगा। तीन साल के अंतराल पर एक कर्मचारी को उनकी कार्य दक्षता व अनुभव को देखते हुए प्रोन्नति मिलती है। इसमें कर्मचारी को एक ग्रेड का लाभ मिलता है जो करीब 250 से 500 तक रहता है। जून माह के वेतन में इसका असर दिखेगा।
कोरोना के कारण कर्मचारियों का प्रमोशन रुका हुआ था। बीते साल भी कोविड-19 को लेकर ग्रुप प्रमोशन देने में विलंब हुआ था। इस पर समय पर प्रमोशन देने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन बीच में कोरोना का कहर बीच में बाधा बनकर आ गया है। कोरोना संक्रमण कम होने के साथ ही कर्मचारियों को प्रमोशन दे दिया गया है।
प्रमोशन की यह है प्रक्रिया
कर्मचारियों को ग्रुप प्रमोशन देने का समय सीमा न्यूनतम तीन साल रखा गया है। एक प्रमोशन मिलने के बाद फिर कर्मचारी को तीन साल इंतजार करना होगा। परफॉरमेंस सहीं नहीं रहने वाले कर्मियों को प्रमोशन मिलने में चार से पांच साल भी लग जाता है। इसके लिए प्रत्येक साल मार्च महीने से ही कंपनी में डिवीजनवार कर्मचारियों को प्रमोशन देने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
इसमें कर्मचारी की कार्य क्षमता, उनके अनुभव, व्यवहार, नियमित ड्यूटी व डिपार्टमेंट हेड का रिमार्कस महत्वर्पूण् रहता है। ग्रुप प्रमोशन को लेकर डिवीजनवार इंटरव्यू भी होता है जिसमें ई-आर अधिकारी, डिवीजन प्रमुख व एचआर के एक अधिकारी रहते हैं जो कर्मचारियों से पूछताछ व उनके कार्यों क आकलन करते हैं।
कंपनी के अधिकारियों की हुई रेटिंग
टाटा मोटर्स कर्मचारियों के साथ कंपनी के अधिकारियों की भी रेटिंग की गई है। कार्य क्षमता व प्रदर्शन के आधार पर अधिकारियों की रेटिंग की जाती है। उसमें उनके परफॉरमेंस को देखते हुए ए, बी व सी ग्रेड दिया जाता है, जिसके आधार पर उनके वेतन में बढ़ोतरी होती है। ग्रेड के आधार पर कंपनी के अधिकारियों के वेतन में भी इजाफा हुआ है।