केंद्र सरकार के लिए इस बिल को पास कराना किसी चुनौती से कम नहीं था. इस विधेयक को लेकर एनडीए गठबंधन की सबसे पुरानी सहयोगी अकाली दल के विरोध की वजह से सरकार के लिए सदन के अंदर और बाहर भारी विरोध का सामना करना पड़ा. किसान बिल के पारित होने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही को कल यानी 21 सितंबर सुबह 9 बजे तक स्थगित किया गया. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इस कानून को लोकतंत्र की हत्या बताया तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसे काला कानून बताया.
Rajya Sabha passes the Farmers’ and Produce Trade and Commerce (Promotion and Facilitation) Bill, 2020 and Farmers (Empowerment and Protection) Agreement on Price Assurance and Farm Services Bill, 2020, amid protest by Opposition MPs https://t.co/JqGYfi8k4x
— ANI (@ANI) September 20, 2020
रणगदीप सुरजेवाला ने कहा- ‘बाहुबली’ मोदी सरकार ने जबरन किसान बिल को पास कराया है, इससे ज्यादा काला दिन कुछ हो नहीं सकता। देश का किसान मोदी सरकार को कभी माफ नहीं करेगा.
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विरोध के दौरान आसन के सामने लगा माइक तोड़ दिया
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सांसद वेल में पहुंच गए. कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा राज्यसभा का समय ना बढ़ाएं. मंत्री का जवाब कल हो, क्योंकि अधिकतर लोग यही चाहते हैं. राज्यसभा का समय 1:00 बजे तक है, लेकिन सरकार चाहती है कि इस बिल को आज ही पास किया जाए. विपक्ष के हंगामे के बीच नरेंद्र सिंह तोमर जवाब दे रहे हैं. इस बीच, सदन में हंगामा कर रहें सांसदो ने आसन के सामने लगे माइक को तोड़ दिया है.