Jharkhand News: राजधानी रांची में कांटाटोली फ्लाईओवर का काम से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को दफ्तर या फिर किसी काम से ही इस मार्ग से गुजरने में घंटों समय लग जाते हैं. बता दें, बिशप स्कूल से लेकर बहूबाजार चौक होते हुए योगदा सत्संग मठ तक अतिक्रमण है. इसी क्षेत्र में भू-अर्जन का भी काम होना है.
भू-अर्जन का भी काम होना था यहां
जानकारी के अनुसार ,इसी क्षेत्र में भू-अर्जन का भी काम होना है. इसके लिए नगर विकास विभाग ने लगभग 34 करोड़ रुपए दे दिए हैं. फिर भी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो सकी है. वहीं कांटाटोली चौक के चारों तरफ अतिक्रमण भी है. प्रशासन अब इन दोनों समस्याओं को सुलझाने की दिशा में चुप्पी साधे हुए है. ऑटो रिक्शा के कारण सर्विस लेन भी जाम रहती है. इस कारण यातायात घंटों जाम रहता है. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना प्रतिदिन करना पड़ता है. घंटों तक सड़क में जाम लगी रहती है. इन बाधाओं को जल्द ही दूर नहीं किया गया तो फ्लाईओवर का काम रोकना पड़ सकता है.
कोकर से योगदा मठ तक 27 भूखंड चिह्नित
योगदा सत्संग मठ, बहूबाजार से कांटाटोली चौक होते हुए शांतिनगर कोकर तक फ्लाईओवर के निर्माण के लिए 27 भूखंड चिह्नित हैं. इसमें 8 भूखंड निगम के हैं, जो लगभग 20 डिसमिल है. 8 प्लॉट एसपीजी मिशन के हैं, जो 80.97 डिसमिल के हैं. 9 प्लॉट रैयतों के हैं. इन भूखंडों के अधिग्रहण के लिए नगर विकास विभाग की ओर से राशि दी जा चुकी है .
8 करोड़ मिले, पर नहीं हटाए बिजली के खंभे
दरअसल, बिजली खंभों को हटाने के लिए बिजली विभाग को लगभग 8 करोड़ रुपए मिल चुके हैं. लेकि अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है. जब तक बिजली खंभे नहीं हटाए जाते, पेयजलापूर्ति से संबंधित अंडरग्राउंड पाइप लाइन भी नहीं हटाई जा सकती. पाइप लाइन के कारण पाइलिंग का काम शुरू नहीं किया जा सकता है.