Ranchi: अगर शादी की बात करें तो यह दो लोगों के बीच एक सामाजिक या धार्मिक मान्यता प्राप्त मिलन है. साथ ही उनके और किसी भी परिणामी जैविक या दत्तक बच्चों तथा समधियों के बीच अधिकारों और दायित्वों को स्थापित करता है. परन्तु बहुत सी महिलाएं भी हैं जो शादी की बात चलते ही या शादी के बाद अपने हर अरमान, यहां तक कि अपने बेहतरीन व उज्जवल करियर तक को छोड़ देती है. हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है, खासकर अगर आपकी जीवनसाथी आपकी इच्छा का सम्मान करने वाला हो.
जरूरी है कि शादी का फैसला आप सोच-समझकर करें और ऐसा जीवनसाथी चुनें जो समझदारी से आपके करियर को सही दिशा दे न कि उसमें रुकावट बन जाए और आपकी सालों की मेहनत पर अचानक से पानी फिर जाए. आप चाहें तो अपने पति को अपने करियर की राह का हमसफर बनाकर आसानी से अपना मुकाम पा सकती हैं.
बता दें, इसका उदाहरण रांची की शिप्रा सिन्हा पर सटीक बैठती है. वो अपनी स्कूली शिक्षा और स्नातक रांची से की है. वहीं, स्नातक पूर्ण होने के बाद एमबीए करने के लिए पुणे गई और दो साल की पढाई के बाद कुछ साल मुंबई में रह कर जॉब भी की. फिर इनकी शादी हुई और आपसी समझदारी के एक वर्ष पश्चात इन्हें बेटा हुआ. जिसके बाद इन्हे मां बनने की शक्ति का एहसास हुआ. मां को लेकर हमेशा से वही पुरानी सोच समाज में चली आ रही है, जो कहीं न कहीं इनके दिल को छू गई और सोच को बदलने के लिए इन्होंने अपने जैसी अन्य मां के लिए एक इंस्टाग्राम पेज बनाया “Mommy On the Heels” है, जिसका मकसद सिर्फ एक था “स्टीरियोटाइप ब्रेक करना. एन्जॉय कर सकते हैं, एक मां बनने के बाद हमें खुद के लिए भी सोचना कितना जरूरी होता है.
इतने लोग करते हैं इन्हें फॉलो
आज देश-विदेश से इनके इंस्टा पेज पर 30000 फॉलोअर्स है और साथ ही साथ मार्केटिंग के क्षेत्र से होने के कारण इन्होंने इसी पेज के द्वारा बहुत सारे ब्रांड्स के साथ काम भी किए हैं, जेसे जॉनसन एंड जॉनसन, हैमलीज, फर्स्टक्राई, बारबेक्यूनेशन, डायसन, डिज्नी, एमवे, केवेंटर्स, लवलैप, सॉफ्टसेंस, डाबर च्वावनप्राश आदि. इनका मुख्य मकसद और इससे आने वाली पीढ़ी की माताओं में उनका मनोबल बढ़ाने और समय रहते वो खुद के लिए कुछ करने का जुनून पैदा कर सके, ताकी उम्र होने पर उन्हें न लगे की “काश मैं कुछ खुद के लिए कर सकती”