उत्तर बिहार से गुजरने वाली नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। इसके पूर्वी चंपारण व मिथिलांचल के कई प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार को दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड की अधवारा नदी का पूर्वी बांध कोठिया लोहार टोली के पास करीब 25 फीट में टूट गया है। इससे शहर में भी पानी प्रवेश करने की आशंका बढ़ गई है।
बागमती के कारण गांव और बूढ़ी गंडक से शहर में तबाही
बारिश थमने के बावजूद नदियों के तेवर में कमी नहीं दिख रही है। खासकर बागमती और बूढी गंडक में उफान जारी है। बागमती में उफान के कारण मुजफ्फरपुर के औराई और कटरा के गांवों की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कटरा प्रखंड कार्यालय से लेकर पांच से अधिक पंचायतों का मुख्यालय से संपर्क लगभग खत्म हो गया है। बांध के किनारे के गांवों में तेजी से पानी फैलने के कारण कटरा का दरभंगा के कई इलाकों से संपर्क टूट गया है। बूढी गंडक में पानी बढ़ने के कारण शहर के कई मोहल्लों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।
दरभंगा में अधवारा का बांध टूटने से 50 हजार आबादी प्रभावित
दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड की अधवारा नदी का पूर्वी बांध कोठिया लोहार टोली के पास करीब 25 फीट में टूट गया है। इस बांध को रामभर्ती बांध के नाम से जाना जाता है। बांध टूटने से चार पंचायतों की करीब 50 हजार की आबादी प्रभावित हो गयी है। बांध टूटने से दरभंगा शहर में भी पानी प्रवेश करने की आशंका है। अगर इसकी मरम्मत जल्द नहीं की गयी तो दिल्ली मोड़ स्थित बस स्टैंड समेत दरभंगा हवाई अड्डे पर भी खतरा बढ़ सकता है। दूसरी ओर केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बेनीबाद (गायघाट) में बागमती नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटों में 08 सेमी बढ़ गया है। यह खतरे के निशान से 84 सेमी ऊपर 49.58 मी.पर बहने लगी है, जबकि हायाघाट में यह खतरे के निशान से 96 सेमी ऊपर उठ कर 46.68 मीटर पर लगातार स्थिर बनी हुई है। इधर, कमला बलान नदी मधुबनी के जयनगर में पिछले 24 घंटों में 42 सेमी बढ़ने के बाद फिर से खतरे के निशान से 37 सेमी ऊपर 68.12 मी.पर बहने लगी है। हालांकि झंझारपुर में यह 25 सेमी घटकर खतरे के निशान से 35 सेमी ऊपर 50.35 मी.पर बहने लगी है।
डुब्बाघाट व कटौझा में खतरे के निशान से 10 सेमी ऊपर बह रही है बागमती
सीतामढ़ी जिले में पिछले दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने फिर से नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। शुक्रवार को बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है। बागमती नदी सोनखान, डुब्बाघाट व कटौझा में खतरे के निशान से 10 से 50 सेमी उपर बह रही है। वहीं अधवारा समूह की नदियां भी सुंदरपुर व पुपरी में खतरे के निशान से 10 से 90 सेमी तक उपर बह रही है।
सुगौली में तीसरी बार बाढ़ ने दी दस्तक
पूर्वी चंपारण जिले के बारह प्रखंडों में बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ से करीब छह लाख की आबादी प्रभावित है। हालांकि कई प्रखंडों में बाढ़ का पानी कम हो रहा था। इस बीच सुगौली ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्र में फिर तीसरी बार बाढ़ ने दस्तक दे दी है। ब्लॉक के बिशुनपुरवा सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है। बंजरिया में बाढ़ का पानी कम होने के बाद कटाव का खतरा बढ़ गया है। मोतिहारी, तेतरिया, चकिया, तुरकौलिया आदि ब्लॉक में बाढ़ की स्थिति यथावत है। गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। डुमरिया घाट व गंडक चटिया में जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। जबकि लाल बेगिया सिकरहना व लाल बकेया गुवाबारी में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में गिरावट आई है। अहिरौलिया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर स्थिर बना है। गंडक बराज वाल्मीकि नगर ने शुक्रवार को 2,51,200 क्यूसेक पानी छोड़ा है।
समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला लगातार जारी है। नदी खतरे के निशान से 1.47 मीटर उपर बह रही। दूसरी ओर कोसी, करेह और कमला नदी में भी पानी बढ़ा है। गंगा नदी फिलहाल स्थिर है।