बिहार के पूर्णिया जिले बायसी अनुमंडल क्षेत्र में दर्जनों गांव में कटाव के कारण स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कनकई नदी के मुहाने बसे अमौर के तालबाड़ी टोला रंगामाटी में विगत तीन दिनों से हो रहे भीषण कटाव से सहमे एक दर्जन परिवारों ने अपना आशियाना तोड़कर सुरक्षित स्थलों की ओर जा रहे हैं। ताराबाड़ी गांव में भीषण कटाव के कारण एक अर्धनिर्मित मस्जिद पानी की तेज धारा में समा गई। ग्रामीणों ने जब इस मंजर को देखा तो अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि कनकई नदी में भीषण कटाव शुरू हो गया है और कई घर इस कटाव की जद में हैं। गांव में नदी इस कदर कहर बरपा रही है कि खुदा के घर को भी नहीं बख्श रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि अभी एक सप्ताह पहले की बात है कि नदी का जलस्तर बहुत नीचे था पर इन चार दिनों में जलस्तर बढ़ने के साथ ही भीषण कटाव हो रहा है। इससे लगता है कि बस कुछ ही दिनों में यह गांव पूरा कट जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले साल भी इस जगह पर कटाव हुआ था और इस बार भी हो रहा है लेकिन प्रशासन हो या जनप्रतिनिधि बस आते हैं और फोटो खिंचाकर चले जाते है। कोई हमारी सुधि लेने वाला नहीं है।
अमौर प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली कनकई नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से जहां तटवर्ती निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। वहीं इसके तटों पर भीषण कटाव जारी है। इसके तट पर बसे तालबाड़ी टोला रंगामाटी अवस्थित प्राथमिक विद्यालय तालबाड़ी टोला और उससे सटे हुए आंगनबाड़ी केंद्र को बचाने को लेकर जो कटाव निरोधक कार्य किया गया वो पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। नदी का पानी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र को चारों तरफ से घेर चुका है, जिससे ये दोनों सरकारी भवन अब टापू में तब्दील हो चुका है। आशंका जतायी जा रही है कि यह दोनों भवन कभी भी नदी में समा सकते हैं।