बिहार में चार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों समेत 12 आयुष्मान भारत योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत हुई। इस दौरान पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजय कैरोल समेत 15 जजों ने आईजीआईएमएस में कोरोना का टीका लिया। जजों का टीकाकरण दोपहर बाद आईजीआईएमएस में शुरू हुआ।
इससे पहले उनलोगों को हाईकोर्ट के अस्पताल में ही टीकाकरण का कार्यक्रम था। लेकिन आईजीआईएमएस में पोस्ट टीकाकरण की सुविधाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईजीआईएएमस में ही जजों और विधायकों का टीकाकरण कराने का निर्णय लिया गया। आईजीआईएमएस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने टीका लिया।
सोमवार को 60 साल से अधिक आयुवाले सामान्य लोग तथा 25 साल से 59 साल की उम्र वाले विभिन्न बीमारियों से ग्रसित कोमोरविड लोगों के लिए टीकाकरण शुरू हुआ। हालांकि, कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु एप पर रजिस्ट्रेशन होने में कठिनाई के कारण पहले दिन सरकारी समेत कई निजी केंद्रों पर आम लोगों का टीकाकरण शुरू नहीं हो पाया। कुछ निजी अस्पतालों में उनके परिचित लोगों का वैक्सीनेशन किया गया। आईजीआईएमएस में पटना हाईकोर्ट के मुख्य नयायाधीश समेत 15 जजों, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव आदि को कोरोना टीका का पहला डोज दिया गया। वहीं यहां आम लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन भी नहीं शुरू हुआ।
पीएमसीएच, न्यू गार्डिनर, जैसे अस्पतालों में टीकाकरण व रजिस्ट्रेशन कराने आए कई लोगों को बिना रजिस्ट्रेशन के ही लौटना पड़ा। न्यू गार्डिनर में वकीलों को टीका देने की शुरुआत होने से कई फ्रंटलाइन वर्करों व आम लोगों को लौटना पड़ा। दिन के 12 बजे तक कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु एप पर लोगों को रजिस्ट्रेशन कराने में काफी कठिनाई हुई। सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह ने बताया कि दोपहर बाद पोर्टल पर लोगों का रजिस्ट्रेशन होना शुरू हो गया था।
मुख्य न्यायाधीश ने आईजीआईएमएस में लिया टीका
न्यू गार्डिनर में टीकाकरण पर वकीलों ने जताया असंतोष
वकीलों के लिए न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में टीकाकरण की व्यवस्था कराने पर वकीलों ने असंतोष जताया। वकीलों का कहना था कि पहले उन लोगों का टीकाकरण हाईकोर्ट स्थित अस्पताल में ही कराने की बात कही गई थी। अचानक दोपहर में न्यू गार्डिनर पहुंचने की सूचना दी गई। वरीय अधिवक्ता मनोज कुमार, सनत कुमार मिश्रा, अनिल कुमार झा ने बताया कि न्यू गार्डिनर में वकीलों के टीकाकरण से आम लोगों का टीकाकरण भी प्रभावित होगा। हाईकोर्ट में ही अस्पताल है। वहां टीकाकरण होता तो इस अस्पताल में आम लोगों का टीकाकरण हो पाता।
पीएमसीएच से बिना टीका लिए लौटे कई लोग
पीएमसीएच में रजिस्ट्रेशन कराने और टीका लेने आए कई लोगों को बिना टीका लिए वापस लौटना पड़ा। पटना सिटी से आई शाहीन जबीं और नाजनीन ने बताया कि अखबारों में विज्ञापन देख वे लोग कोरोना का टीका लेने पीएमसीएच पहुंची थी। दोनों कोमारविड श्रेणी में आती हैं। लेकिन दोपहर दो बजे तक न तो टीकाकरण हो पाया और न ही रजिस्ट्रेशन। अब बताया जा रहा है कि आम लोगों का टीकाकरण तीन मार्च से होगा।
जब बारी आएगी तो लूंगा टीका :
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि जब उनकी बारी आएगी तो वे भी कोरोना का टीका लेंगे। उन्होंने कहा कि ना तो उनकी उम्र अभी साठ साल है और ना ही कोमोरविड श्रेणी की किसी बीमारी से वे ग्रसित हैं। इसलिए वे अभी टीका नहीं ले रहे हैं। उनकी श्रेणी के लोगों के लिए टीका लेने का समय आएगा तो वे सबसे पहले टीका लेंगे। कहा कि राज्य में टीका नि:शुल्क दिया जा रहा है और यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। बिहार में छह लाख से अधिक लोगों ने टीका लिया। टीका लेने के बाद किसी पर विपरित असर नहीं पड़ा और ना ही कोई बीमार पड़ा।
कोरोना से बचाव का सबसे बड़ा हथियार है टीकाकरण : प्रत्यय अमृत
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि कोरोना से लड़ाई के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार है टीकाकरण। लोगों को आगे बढ़कर टीका लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार चुनावों, छठ पूजा में बिहार सरकार ने अपनी रणनीति से कोरोना के प्रसार को रोक दिया। भात निर्वाचन आयोग ने भी बिहार की काफी प्रशंसा की। असम, तमिलनाडू समेत कई राज्यों में चुनाव होना है। कोरोना प्रसार को रोकने के लिए ये राज्य बिहार से मदद भी मांग रहे हैं।