अहियापुर के सिवराहां चतुर्भुज गांव में गुरुवार दोपहर दो बजे एक दर्दनाक घटना घटी। गांव के ही नहर में डूबकर तीन बच्चियों की मौत हो गयी। तीनों बच्चियां गांव के जय प्रसाद राय की बेटी थीं। सभी अपनी बड़ी बहन मधु कुमारी के साथ घास काटने गयी थी। हादसे के दौरान मधु भी नहर में गिरी, लेकिन उसने खुद को किसी तरह बचाया। इसके बाद शोर मचाते हुए घरवालों को इसकी जानकारी दी। इस पर परिजन मौके पर जुटे और अन्य तीनों बच्चियों को पानी निकाला। लेकिन, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
इसकी सूचना मिलने पर अहियापुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनों बच्चियों के शव को कब्जे में ले लिया। पंचनामा के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद एसकेएमसीएच में शवों का पोस्टमार्टम हुआ। इसके दौरान बोचहां सीओ ने इन बच्चियों की मां रीना देवी को चार-चार लाख रुपये के मुआवजे का चेक सौंपा। इस बीच स्थानीय पंचायत समिति सदस्य गुड्डू यादव व पूर्व पंसस पप्पू यादव ने जिला प्रशासन से इलाके को बाढ़ ग्रस्त घोषित करने की मांग की है। कहा है कि गांव में दिन प्रतिदिन बाढ़ का पानी बढ़ रहा है। इससे निजात दिलाने के लिए प्रशासन जल्द कदम उठाए।
पंजाब में मजदूरी करते हैं पिता, मां की तबीयत बिगड़ी :
दूसरी ओर गांव में मातम पसरा हुआ है। बच्चियों की मां की तबीयत काफी खराब हो गयी है। वे बार-बार बेहोश हो जा रही थी। होश आने पर बच्चियों के शव से लिपटकर दहाड़ मार रोने लग रही थी। बताया जाता है कि जय प्रसाद पंजाब में मजदूरी करता है। फिलहाल वह पंजाब में ही है। उसे घटना की जानकारी दे दी गई है। वह मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। वहीं, बड़ी बहन मधु सदमे में है। वह बिल्कुल चुप हो गयी है।
दोपहर 12 बजे घर से निकली थी चारों बहन :
चाचा बैजू राय ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे चारों बहनें बकरी के लिए घाट काटने गयी थीं। दोपहर दो बजे जय प्रसाद की बड़ी बेटी मधु शोर मचाते हुए घर पहुंची। लोगों को बताया कि उसकी बहनें प्रीति कुमारी (11 वर्ष), शिवानी कुमारी (09 वर्ष) और रागिनी कुमार (07 वर्ष) नहर के पानी में पैर पिसलने से डूब गयी है। वह भी डूब गयी थी। लेकिन, किनारे पर होने से बच गयी। यह सुनते ही परिजन दौड़कर घर से 500 मीटर पश्चिम नहर पर पहुंचे और प्रीति, शिवानी व रागिनी को पानी से निकाला। लेकिन, तबतक देर हो चुकी थी और तीनों ने दम तोड़ दिया था। बैजू ने बताया कि नहर में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है। इससे यह हादसा हुआ है।
अंतिम बार बेटियां का मुंह तक नहीं देख सके जय प्रसाद :
जानकारी हो कि, जय प्रसाद को एक बेटा और चार बेटी हैं। बेटा सबसे बड़ा है। बेटियों में से तीन की मौत गुरुवार को नहर में डूबने से हो गयी। वह बेटी प्रीति, शिवानी और रागिनी का अंतिम बार मुंह भी नहीं देख सके। हालांकि, रिश्तेदारों ने उसे वीडियो कॉल किया था। देर शाम गांव में ही तीनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गांव में नहीं जला चूल्हा :
अहियापुर के सिवराहां चतुर्भुज गांव में इस दर्दनाक हादसे के बाद किसी के घर में चूल्हा नहीं जला। पूरा गांव गमगीन है। एक साथ गांव से तीन बच्चियों के शव निकलने से परिजन के अलावा ग्रामीण भी अपनी आंखों के आंशु को रोक नहीं सके। हादसे की जानकारी होने पर सिवराहां चतुर्भुज गांव के आसपास के महिला-पुरुष भी जुट गए। सभी ने घटना पर अफसोस जताया।