जमालपुर-बरियारपुर रेलखंड के बीच शुक्रवार की सुबह भागलपुर से मुम्बई जा रही ट्रेन नंबर 02335 अप भागलपुर लोकमान्य तिलक (दादर) एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन बरियाकोल सुरंग के बीच फेल हो गया। इंजन फेल होते ही ट्रेन की आधी बोगियां सुरंग के अंदर तथा आधी सुरंग के बाहर अटक गयीं। इससे ट्रेन के यात्रियों में अफरातफरी मच गयी। घटना सुबह 9.58 बजे की है। घटना की सूचना मिलते ही जमालपुर स्टेशन प्रशासन और स्टेशनकर्मियों में खलबली मच गयी। हालांकि करीब डेढ़ घंटे के बाद दूसरी इलेक्ट्रिक इंजन घटनास्थल पर भेजा गया और किसी तरह ट्रेन को खींचकर जमालपुर स्टेशन लाया जा सका।
ट्रेन का इंजन फेल होते ही जमालपुर भागलपुर रेलखंड की मेन लाइन जाम हो गया। इससे अप/डाउन की तीन गाड़ियां जहां-तहां रोकनी पड़ी। स्टेशन अधीक्षक ओंकार प्रसाद ने बताया कि सुबह नौ बजे भागलपुर स्टेशन से अप दादर एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय पर खुली थी तथा बरियारपुर सुबह 9.41 बजे पहुंच गयी थी। लेकिन जैसे ही जमालपुर स्टेशन की ओर आने के लिए सरकी, तभी इंजन से आवाज आने लगी। और बरियाकोल सुरंग में प्रवेश करते ही इंजन बंद हो गया। इससे ट्रेन की आधी बोगियां सुरंग के अंदर और बाहर फंस गयी। करीब 9.58 बजे से 11.23 बजे तक ट्रेन रुकी रही। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही दूसरी लोको के सहारे ट्रेन को जमालपुर लाया जा सका।
दादर एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन फेल होते ही जहां यात्रियों को फजीहत झेलनी पड़ी वहीं जहां तहां डेढ़ घंटे ट्रेनें रुकी रहीं। इस दौरान जमालपुर स्टेशन पर ट्रेन नंबर 03236 दानापुर साहिबगंज इंटरसिटी सुबह 10.10 बजे पहुंच गयी और 11.38 बजे खुली, दशरथपुर में ट्रेन नंबर 03488 किऊल जमालपुर पैसेंजर सुबह 10.20 से 11.30 तक और अप में बरियापुर में ट्रेन नंबर 03409 मालदा किऊल इंटरसिटी सुबह 11 बजे से 11.28 तक खड़ी रही।
इधर, ट्रेन का इंजन फेल होते ही विभिन्न ट्रेनों के यात्रियों सहित स्टेशन के यात्रियों में खलबली मची रही। लोग करीब डेढ़ घंटे तक एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेन का इंतजार करते दिखे। गौरतलब है कि भागलपुर-जमालपुर और किऊल रेलखंड पर इलेक्ट्रिफिकेशन के बाद कभी ओएच वायर खराब होने और इलेक्ट्रिक इंजन फेल होने की समस्याएं से यात्री परेशान होते आए हैं। बीते माह में भी कुछ इसी तरह की घटना जमालपुर किऊल रेलखंड के बीच हुई थी। इंजन फेल होने की सूरत में दूसरी इंजन घटना स्थल पर भेजा गया, जिससे ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो सका।