बिहार के भागलपुर जिले में एक परिवार बाजार आया था। कार के अंदर एक महिला और बच्ची को छोड़कर बाकी कार से उतर कर चले गए। इसी बीच पुलिसकर्मी आए और कार को खींचकर ले जाने लगे। मामला खलीफाबाग चौक के पास का है। यहां सड़क किनारे लगी कार पर जुर्माना लगाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। हंगामा इतना बढ़ गया कि ट्रैफिक पुलिस महिला और बच्ची सहित कार को रिकवरी वैन से खींचते हुए कोतवाली लेकर चली गयी। ट्रैफिक पुलिस कार को खींचते हुए कोतवाली थाना परिसर ले गयी। कोतवाली थाना में कार को छोड़ पूरा परिवार चला गया। खलीफाबाग चौक पर पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। सरकार के खिलाफ भी लोगों ने नारेबाजी की।
सड़क किनारे कार देखने के बाद जब ट्रैफिक पुलिस ने कार सवार को खोजा तो पति, पत्नी और बच्ची वहां पहुंचे। पुलिस ने उनसे जुर्माना भरने को कहा। इसपर कार सवार ने जुर्माना देने से इंकार कर दिया। कार सवार ने पुलिस से ही सवाल किया कि पार्किंग की व्यवस्था कहां है जो वे कार पार्क करने जाते। कार चालक गाड़ी के आगे बैठ गया और बोला कि कार कहीं नहीं ले जाने देंगे। इसके बाद पुलिस ने उस व्यक्ति को जबरन कार के सामने से हटाया और महिला और उसकी बेटी सहित कार को रिकवरी वैन के हुक से लगाकर उसे खींचते हुए ट्रैफिक पुलिस कार कोतवाली लेकर चली गयी। ट्रैफिक थानाध्यक्ष रविेंद्र महतो ने खुद अपने अन्य पदाधिकारियों और जवानों के साथ यह कार्रवाई की। इस घटना को लेकर जब एसएसपी निताशा गुड़िया से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि घटना की पूरी जानकारी लेने के बाद ही इसपर कुछ बता सकेंगी।