कांग्रेस हाईकमान के फोकस में अब बिहार आ गया है। बिहार में संगठन को मजबूत करने और बदलाव को लेकर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से बुधवार को बात की। कुछ वरीय नेताओं को छोड़कर विधायकों और कार्यकारी अध्यक्षों से उन्होंने एक साथ संगठन पर चर्चा की है।
उन्होंने नेताओं को 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारी में जुट जाने का निर्देश दिया। संगठन को मजबूत बनाने के लिए आठ महीने का समय दिया और कहा कि हर तीन महीने पर समीक्षा करेंगे। इसके लिए वरीय नेताओं को दिल्ली बुलाया जाएगा।
मुलाकात के बाद प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने संगठन को लेकर बात की है। उन्होंने समाजिक समीकरण से लेकर कोरोना पर भी चर्चा की। कहा कि संगठन में सामाजिक समीकरण का ध्यान रखना चाहिए। समाज के हर तबके को तवज्जों मिले, इसका ख्याल रखना होगा। राज्य का कोई भी समाज कांग्रेस में खुद को उपेक्षित न समझे, इस हिसाब से रणनीति तय करनी होगी।
जानकारी के अनुसार राहुल ने नेताओं से संगठन में बदलाव पर भी खुलकर चर्चा की। साथ ही इस मसले पर सबकी राय ली। उन्होंने स्वीकार किया कि संवादहीनता की स्थिति पार्टी में बन गई थी। इसे दूर करना होगा। इसके लिए हर तीन महीने पर वह बिहार के वरीय नेताओं से मिलकर बात करेंगे।
मुलाकात के बाद बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास ने प्रदेश कांग्रेस के सभी नेताओं को प्रीति भोज दिया। पार्टी के एक नेता ने कहा कि बिहार चुनाव के बाद प्रदेश नेताओं की पार्टी नेतृत्व से मुलाकात नहीं हुई थी। इस मुलाकात के बाद नेताओं का हौसला बढ़ा है।