कोरोना के कहर के बाद अब पटनावासियों को डेंगू के प्रकोप की चिंता सताने लगी है। शहर के अलग-अलग अस्पतालों में ट्रांसपोर्टनगर, आरएमस कॉलोनी, अशोकनगर, गर्दनीबाग, पटेलनगर, रूपसपुर से पहुंचने लगे हैं।
ट्रांसपोर्टनगर निवासी राजीव सिंह बुखार और माथे में तेज दर्द होने पर कंकड़बाग के निजी लैब में कोरोना की जांच कराई। कोरोना निगेटिव आने पर डॉक्टर ने उन्हें डेंगू और टाइफाइड की जांच कराने की सलाह दी। वे डेंगू पीड़ित पाए गए। कोरोना के संदेह में वे और उनकी पत्नी कई दिनों तक पारासिटामोल और एजिथ्रोमाइसिन एंटीबायोटिक खा रहे थे। पटेल नगर निवासी और बैंककर्मी विनय कुमार सिन्हा और उनकी पत्नी को बुखार और शरीर पर लाल दाने की शिकायत हुई। पीएमसीएच में दिखाने गए। वहां जांच में डेंगू निकला। राजीव ने बताया कि इलाके में बारिश के बाद मच्छरों का प्रकोप भी काफी बढ़ गया है।
आईजीआईएमएस के मेडिसिन विभाग के वरीय चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से डेंगू के मरीज इक्के-दुक्के आ रहे हैं लेकिन मच्छरों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले एक-दो महीने में इसका प्रकोप और बढ़ सकता है। इधर, जलजमाव से प्रभावित इलाके में फॉगिंग और रसायन का छिड़काव लगभग ठप है।
अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं डेंगू पीड़ित
पीएमसीएच और आईजीआईएमएस में भी पिछले एक सप्ताह में कई डेंगू पीड़ित अपना इलाज करा चुके हैं। कंकड़बाग के निजी अस्पताल में एक मरीज गंभीर हालत हैं।
ये है बचाव
– पूरी बांह का शर्ट और पैंट पहने
– आसपास में जलजमाव व गंदगी ना होनें दें
– घरों के गमले और कूलर में पानी ना जमने दें
– किसी भी बुखार को हल्के में ना लें
– घर में साफ-सफाई रखें
– घर में मच्छरों की रोकथाम के लिए क्वाइल और लिक्विडेटर का प्रयोग करें
– बिना मच्छरदानी के नहीं सोएं(जैसा कि डॉ. मनोज चौधरी ने बताया)