माना जा रहा है कि नीतीश कुमार चुनाव से ठीक पहले सरकार द्वारा बिहार में पिछले पांच सालों में किए गई कामों की समीक्षा अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से करना चाह रहे हैं, ताकि इलाके का सही फीडबैक उन्हें मिल सके. पार्टी के दिन चुनिंदा कार्यकर्ताओं से नीतीश कुमार को मुलाकात करना है उनको फोन करके दफ्तर बुलाया गया है.
दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार लोगों से कोरोना महामारी के दौरान किए गए राहत और बचाव को लेकर भी सरकार के कामों की जानकारी लेना चाह रहे हैं, ऐसे में गिने चुने लोगों के साथ सीएम की ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. नीतीश कुमार ने चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही अपने कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेना शुरू किया था और इसकी बानगी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये जिलावार कार्यकर्ताओं की बैठक से मिला था.
माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक किसी भी समय में बिहार चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा हो सकती है ऐसे में नीतीश कुमार की यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. बिहार में इस बार का चुनाव 2015 से अलग है क्योंकि तब एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले जेडीयू और बीजेपी इस बार साथ-साथ हैं.