मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के लिए करीब पाँच साल बाद भारत सरकार ने 136 करोड़ रुपए की दुसरी किस्त की मंजूरी दे दी हैं। करार नामा के अनुसार अब बिहार सरकार को भी अपने हिस्से की 136 करोड़ रुपये की राशि देनी होगी। दूसरी किस्त की राशि मिलने से मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी बनाने की योजनाओं के काम में तेजी आएगी।
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट कुल 1580 करोड़ रुपए का हैं। केंद्र और राज्य सरकार ने 2016 में पहली किस्त के रूप में 60-60 करोड़ रुपए दिए थे। करीब ढाई करोड़ रुपए मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के रजिस्ट्रेशन में लगे थे। इस तरह स्मार्ट सिटी के लिए 122 करोड़ का फंड था। लेकिन, इस प्रोजेक्ट का काम नहीं होने के कारण करीब चार साल तक राशि पड़ी रही। जनवरी 2021 में टेंडर होने और कामकाज के लिए एसपीवी (special purpose vehicle) के बाद मार्च तक टेंडर-एग्रीमेंट हुआ । और सिकंदरपुर स्टेडियम का काम शुरू हुआ। अप्रैल माह में एसपीवी की नियुक्ति को गलत बता मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने इसे भंग कर दिया। इससे करीब 3 महिना काम ठंडे बस्ते मे रहा।
फेस लिफ्टिंग : कंपनीबाग सूतापट्टी, लहठी बाजार इस्लामपुर व सरैयागंज इलाके में मकानो, दुकानों का फेस एक रंग मे रंगा जाना हैं। और इलाके में नए सिरे से ड्रेनेज का काम चल रहा हैं। जिसकी अनुमानित राशि 29 करोड़ रुपये हैं।
मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स स्टेडियम : पाँच हजार से अधिक दर्शक क्षमता वाले आधुनिक सिकंदरपुर स्टेडियम का निर्माण कार्य चल रहा हैं । यहाँ पर डे-नाइट मैच के लिए फ्लड लाइट्स लगेगी। इसकी अनुमानित राशि 19 करोड़ 6 लाख रुपये हैं।
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल बिल्डिंग : शहर में यहीं से ट्रैफिक नियंत्रण, क्राइम कंट्रोल, फायर ब्रिगेड के साथ कई अन्य सिस्टम का भी नियंत्रण होना हैं। इस काम को मार्च तक पूरा करने का प्रस्ताव हैं। इसकी अनुमानित राशि 12 करोड़ रुपये हैं ।
एमआईटी स्पाइनल रोड : एमआईटी से बैरिया गोलंबर, लक्ष्मी चौक, महेश बाबू चौक से इमलीचट्टी-स्टेशन तक सड़क-नाला बनाना हैं। बैरिया से ब्रह्मपुरा व स्टेशन तक काम जारी हैं। इसकी अनुमानित राशि 38.75 करोड़ हैं।
टाउन थाने से हरिसभा तक सड़क निर्माण : नगर थाने से कल्याणी चौक होकर हरिसभा चौक तक स्मार्ट रोड व नाला बनेगा। हरिसभा चौक से कल्याणी तक 80% ड्रेनेज बन चुका। और आगे काम शुरू नहीं हुआ हैं। इसकी अनुमानित राशि 5.67 करोड़ रुपये हैं ।