बिहार मुजफ्फरपुर के लोगों को कैंसर के इलाज कराने के लिए बाहर नहीं जाना होगा । राज्य सरकार मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के परिसर में ही कैंसर हॉस्पिटल निर्माण को लेकर योजना बनाई है। इसको लेकर बुधवार को ही टाटा मेमोरियल सेंटर बिहार सरकार के बीच एमओयू साइन हो चुकी है। जिसके तहत एसकेएमसीएच के परिसर में 15 एकड़ की भूमि पर 300 करोड से अधिक के खर्च से आधुनिक कैंसर अस्पताल का निर्माण होगा। बता दें कि यह अस्पताल 100 बेडों वाला होगा। जिसमें रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, रेडियोलॉजी पैथोलॉजी, सूक्ष्म जीव विज्ञान, निवारक ऑन्कोलॉजी, जैव रसायन और उपशामक चिकित्सा की सुविधा रहेगी।
वहां फेलोशिप के जरिये MS/MD, DM, MCH जैसे शिक्षण कार्यक्रम स्थापित किये जायेंगे। बता दूं कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुंबई के डॉ पंकज चतुर्वेदी के साथ डॉ रविकांत सिंह, प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और उप निदेशक, टाटा मेमोरियल सेंटर, प्रभारी कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के सामने MOU साइन किया गया। इस हॉस्पिटल को टाटा मेमोरियल सेंटर, परमाणु ऊर्जा मंत्रालय द्वारा पूर्ण स्वायत्तता के साथ टाटा मेमोरियल अस्पताल, मुंबई के समान संचालित किया जाएगा।
बिहार सरकार द्वारा अस्पताल में संक्षिप्त प्रशिक्षण के लिए अलग-अलग कोर्स से UG और PG करने हेतु एक आदेश करेगी। अस्पताल में डॉक्टर्स व नर्सों के लिए ऑन्कोलॉजी प्रशिक्षण शुरु होगी। साथ ही गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज हेतु अस्पताल को आर्थिक सहायता भी मिलेगी।अस्पताल निर्माण हो जाने के बाद उत्तर बिहार के लोगों को इलाज के लिए पटना या कहीं दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वैसे तो कैंसर के मरीज इलाज के लिए नेशनल कैंसर ग्रिड टाटा मेमोरियल सेंटर मुंबई में जाते थे, लेकिन अब वहीं सुविधा मुजफ्फरपुर में भी उपलब्ध होगी।