संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस से शराब उतरने की खबर पर छापेमारी करने गई पुलिस और माफियाओं के बीच शनिवार की सुबह खूनी भिड़ंत हो गयी। इस दौरान जक्कनपुर थाने के एएसआई आशुतोष कुमार और एक शराब माफिया सुबोध पासवान को गोली लगी है।
मार आज ई सब के मार…पकड़ एकरा पकड़.. कहते हुये भीड़ में शामिल शराब माफिया के गुगों ने एएसआई को पकड़ लिया और रेल ट्रैक पर खींचते हुये आर ब्लॉक की ओर ले गये। वहां पहले से कई युवक जमा थे जो एएसआई की पिटाई करने लगे। पथराव व गोलीबारी के दौरान कई लोगों की जान बच गयी।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पुलिस को दौड़ता देख पहले तो उन्हें भी कुछ समझ नहीं आया। फिर एकाएक पथराव और फायरिंग की आवाज आने लगी। उस वक्त अवैध रेल क्रॉसिंग से कई लोगों का आना-जानला हो रहा था। एक महिला भी उसह जगह खड़ी थीं जो किसी तरह वहां से बचकर निकल सकी।
अगर जल्द ही हालात को काबू में नहीं किया जाता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। दो घंटे तक गोरियामठ के सामने पुल के समीप स्स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर तनाव व्याप्त रहा। पुलिस यह भी नहीं समझ सकी कि अचानक इतने लोग कहां से टूट पड़े। सूत्रों की मानें तो ट्रेन से शराब उतारने के लिये माफियाओं ने अपने कई गुगों को बुलाया था जो उस वक्त वहां मौजूद थे।
घायल सुबोध के पूरे परिवार पर है शराब का केस
गोली से घायल हुये सुबोध पासवान के पूरे परिवार पर शराब की तस्करी का केस है। सुबोध सहित उसके सभी भाई पूर्व में भी जेल जा चुके हैं। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि सुबोध पर वर्ष 2018 में केस दर्ज हुआ था। उसके भाई विनोद पर भी शराब बरामदगी का केस सचिवालय थाने में दर्ज है। अन्य भाई राजेश, दिनेश, प्रमोद और उसकी मां यशोमति देवी पर भी शराब का केस सचिवालय और गर्दनीबाग थाने में दर्ज है। पुलिस का दावा है कि ये सभी शराब की तस्करी में लगे रहते हैं। शनिवार को भी जब पुलिस इनके इलाके में छापेमारी करने पहुंची तो पूरा परिवार व माफियाओं के समर्थक खड़े हो गये और छापेमारी टीम पर हमला बोल दिया।