हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाली आधी आबादी की भागीदारी बिहार की राजनीति में हाल के दिनों में बढ़ी है। चुनाव जीतकर वह विभानसभा पहुंच रही हैं, लेकिन पुरुषों की तुलना में उनकी संख्या अब भी बहुत कम है। अगर बिहार में हुए अब तक 16 विधानसभा चुनावों की बात करें तो 1952 से लेकर 2015 तक 289 महिलाओं ने जीत हासिल कर विधानसभा की दहलीज पर कदम रखा है। यह अब तक जीते कुल 4765 प्रत्याशियों का मात्र 6.45 फीसदी है। इसी अवधि में 4476 पुरुष प्रत्याशी जीत दर्ज कर सदन पहुंचे।
2010 में हुए विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक 37 महिला उम्मीदवार चुनाव जीत कर सदन पहुंचीं। बिहार के संसदीय इतिहास में 1969 का चुनाव महिलाओं के लिए सबसे खराब रहा। इस चुनाव में मात्र चार महिला प्रत्याशी ही जीत हासिल कर सकीं। इसी तरह 1967 में केवल दस महिलाएं ही जीत दर्ज कर पायीं।
सबसे अधिक कांग्रेस से जीतीं चुनाव
अब तक सबसे अधिक कांग्रेस के टिकट पर महिला प्रत्याशियों ने चुनावी वैतरणी पार की है। 1952 से लेकर हुए अब तक के चुनावों में कांग्रेस से 120 प्रत्याशी सदन पहुंचीं। दूसरे नंबर पर जदयू है। जदयू की 52 महिला उम्मीदवार अब तक जीती हैं। यह बात दीगर है कि 2005 के फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में पहली बार जदयू की महिला प्रत्याशियों ने इंट्री की थीं। इस चुनाव में 23 महिलाओं ने जीत दर्ज की। इनमें सबसे अधिक 9 जदयू की ही थीं।
एक चुनाव में सबसे अधिक जीत का रिकॉर्ड जदयू के नाम
एक चुनाव में सबसे अधिक महिला प्रत्याशियों के जीतने का रिकॉर्ड जदयू के नाम है। 2010 में हुए चुनाव में जदयू की कुल 23 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। जो अब तक का किसी चुनाव में एक दल से इतने उम्मीदवार जीतने का एक रिकॉर्ड है। इस मामले में दूसरे नंबर पर कांग्रेस है। 1957 में हुए चुनाव में कांग्रेस की 22 महिला प्रत्याशी चुनकर सदन पहुंचीं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि उस चुनाव में केवल 22 महिलाएं ही जीती थीं और सभी कांग्रेस की थीं।
नौ निर्दलीयों ने भी मारी बाजी
विभिन्न चुनावों में राजनीतिक दलों के बर्चस्व के बीच निर्दलीय महिला प्रत्याशियों ने भी अपने लिए थोड़ी जगह बनाई। अब तक हुए चुनावों में नौ निर्दलीय महिला प्रत्याशी जीतकर विधानसभा पहुंचीं। पहले विधानसभा चुनाव (1952) में एक निर्दलीय प्रत्याशी जीतीं। इसके बाद लगातार छह चुनावों में यानी 1957 से लेकर 1977 तक उनका खाता नहीं खुला। इसके बाद फिर 1980 में एक निर्दलीय प्रत्याशी जीतीं। सबसे अधिक दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने 2000 के चुनाव में बाजी मारी थी।
इन दलों की महिला प्रत्याशी अब तक पहुंचीं विस
कांग्रेस 120
जदयू 52
भाजपा 28
राजद 23
जनता 16
जनता दल 05
सीपीआई 03
निर्दलीय 09
किस चुनाव में कितनी महिला प्रत्याशी जीतीं
वर्ष प्रत्याशी जीतीं
1952 13
1957 22
1962 25
1967 10
1969 04
1972 13
1977 13
1980 14
1985 15
1990 13
1995 12
2000 14
2005(फरवरी) 23
2005(मई) 25
2010 37
2015 28