बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों को सातवें चरण के प्राथमिक शिक्षक नियोजन के लिए फिलहाल इंतजार करना पड़ेगा। प्राथमिक शिक्षक नियोजन के लिए और नियोजन इकाई से रिक्त पदों के बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिली है। राज्य के तमाम जिलों से इसकी लिस्ट प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को भेजा जाना था। रिक्त पदों का आंकड़ा भेजने के लिए 30 जून तक जिलों का डेडलाइन तय किया गया था, मगर अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है।
मिली जानकारी के अनुसार जुलाई के आखिर तक यह काम पूरा हो सकेगा। पहले के शेड्यूल के मुताबिक, रोस्टर क्लीयंस करने की आखिरी तारीख 15 जुलाई तक थी। मगर इस समय सीमा के भीतर अब काम नहीं हो सकेगा। इससे सातवें चरण की नियुक्ति प्रक्रिया में देरी होगी। साथ ही हर नियोजन इकाई खाली पदों के बारे में लिस्ट एनआईसी वेबसाइट पर अपलोड किया जाना है। इसमें भी विलंब हो सकता है। पहले 25 जुलाई तक एनआईसी पोर्टल पर डाटा अपलोड करने का डेडलाइन था।
वहीं, नियुक्ति को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का इंतजार बढ़ता जा रहा है। नियोजन इकाई से रिक्त पदों का आंकड़ा नहीं मिल पाने से एक बार फिर दूसरी तारीख मिल सकती है। शिक्षा विभाग के द्वारा पहले जारी पत्र के मुताबिक जुलाई के अंतिम तक नियुक्त संबंधित विज्ञापन जारी करने की बात कही गई। अब कहा जा रहा है कि छठे चलने में टोटल 90,700 पदों में से लगभग 45,000 पद रिक्त रह गए। इस बार सातवें चरण की नियुक्ति के लिए विद्यालयवार रिक्त पदों की संख्या 31 मार्च तक गणना किया जा रहा था। अब शिक्षा विभाग निर्धारित करेगा कि उसे नियुक्ति के लिए कितने सीटों पर अभ्यर्थियों से आवेदन लेना है।