बिहार में जल्दी बिजली के संकट से मुक्ति मिलेगी पिछले दिन रविवार को औरंगाबाद स्टेट नबीनगर थर्मल पावर प्लांट का आखिरी ट्रायल किया गया। बता दे बिहार का तीसरा और आखिरी ट्रायल सफलता पुर पूरा कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस नबीनगर थर्मल पावर प्लांट एनटीपीसी के स्वामित्व वाली कंपनी है। इस थर्मल पावर प्लांट में 660 मेगा वाट बिजली का उत्पादन होगा। नबीनगर थर्मल पावर प्लांट में फिलहाल 112 2 मेगावाट बिजली मिलती है। जिसमें अब बढ़कर 660 मेगावाट बिजली के उत्पादन को बढ़ाकर अब 1682 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा।
नबीनगर थर्मल पावर प्लांट के निदेशक शीतल कुमार ने बताया कि जिस तरह को रोना वैश्विक महामारी में पूरी दुनिया परेशानी में था तो वहीं एनपीजीसी ने यह चुनौती को बखूबी निभाया। उन लोग जिस तरह अपने लक्ष्य को जुझारुपन के साथ हासिल किया। वह हमारे लिए यादगार पल था। इसके साथ ही साथ बिहार को अब नबीनगर थर्मल पावर प्लांट से 1122 मेगा वाट के बदले अब 1680 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा।
बता दे इससे पहले बिहार को पहली व दूसरी यूनिट सितंबर 2019 8 जुलाई 2021 को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की मौजूदगी में किया गया था जिसमें बिहार को इस थर्मल पावर प्लांट में 1122 मेगावाट से अधिक थी बिजली उत्पादन करने का लक्ष्य किया था।
बिजली के क्षेत्र के बिहार की मुश्किलें आसान हो गई हैं। नबीनगर पावर प्लांट के तीसरे यूनिट के सफल परीक्षण के बाद बिहार की बिजली के क्षेत्र की परेशानियां दूर होंगी। एनटीपीसी से बिहार को मिलने वाला आवंटन भी बढ़ गया है। पहले जहां बिहार को 5,362 मेगावाट बिजली मिलती थी वो अब बढ़कर 5,921 मेगावाट हो गया है।