भारत नेपाल के आवागमन को मजबूत करने के लिए दोनों देश मिलकर कार्य कर रही है। बीते दिनों भारत सरकार की ओर से जयनगर से नेपाल के कुर्था तक ट्रेन परिचालन का उद्घाटन किया था तो वहीं अब नेपाल सरकार की ओर से एक पहल की गई है, जिसमें नेपाल सरकार ने बाल्मीकि नगर आश्रम से लेकर त्रिवेणी घाट तक हैंगिंग ब्रिज बनाने का फैसला किया है। बता दें कि वाल्मीकि नगर आश्रम के नजदीक नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
यह ब्रिज पर्यटकों को आकर्षित करेगा
पर्यटन के चित्र से यदि देखा जाए तो या हैंगिंग ब्रिज पर्यटकों को आकर्षित करेगी। साथ ही साथ माना जा रहा है कि जल्द ही इस ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। जानकारी के अनुसार, झूला पुल के दूसरी छोर से वाल्मीकि आश्रम का रास्ता कई ऊंची नीची पहाड़ियों के बीच से होकर गुजरता है। जिन पर आवागमन के लिए मार्ग का निर्माण करना कठिन चुनौती है।
लोगों को कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता
वर्तमान समय में वाल्मीकि आश्रम जाने के लिए एकमात्र रास्ता गंडक बराज से होकर गुजरता है। जहां आने जाने वाले लोगों को कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता है। किंतु नेपाली क्षेत्र से नेपाली क्षेत्र में हो रहे इस झूला पुल से होकर आसानी से असामाजिक तत्व भी भारतीय क्षेत्र में वाल्मीकि आश्रम के नजदीक खुले क्षेत्र और जंगल का लाभ लेकर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश पा सकते हैं।