बिहार के लोगों को बड़ी उपहार मिली है. बता दें, शुक्रवार के दिन सीएम नितीश कुमार के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान का उद्घाटन की गई. दरअसल, यहां के लोगों को अपनी मानसिक इलाज कराने के लिए रांची जाना होता था. उस दौरान दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि जैसे बिहार के हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जा रहे हैं. उसी तरह से बिहार के हर जिले में अब मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को हमला बोलते हुए कहा इसके वो केंद्र सरकार का पैसा भी नहीं लेंगे. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे.
आठ मेडिकल कॉलेज के लिए नही मिला पैसा
नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य में आठ मेडिकल कॉलेज खोलने का वादा किया था. मगर आज तक पैसा नहीं मिला. उन्होंने कहा कि राज्य को अस्पताल के लिए 150 से लेकर 180 करोड़ तक मिलता है. खर्च कितना ज्यादा होता है. उन्होंने बताया कि हमलोग को खुद जमीन खरीदना पड़ता है. उसमें राज्य सरकार का 350 करोड़ से ज्यादा लगता है. इसके बाद कहा जाता है कि केंद्र सरकार का अस्पताल है. क्या जरूरत है केंद्र सरकार के अस्पताल की, हर जगह राज्य सरकार का अस्पताल खुलवा दीजिए. जब राज्य सरकार 800 से एक हजार करोड़ तक खर्च हो रहा है तो 150 से 180 करोड़ रुपये की क्या जरुरत है.
272 बेड से मानसिक मरीजों को होगा फायदा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को जिस अस्पताल का उद्घाटन किया है, उसमें मरीजों के लिए 272 बेड की सुविधा है. अब तक इस अस्पताल में पुरुष और महिला मरीजों के लिए केवल सौ-सौ बेड मौजूद थे. राज्य में बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान (बिमहास) के खुल जाने से बड़ी संख्या में मानसिक मरीजों को मदद मिलेगी. उन्हें इलाज केलिए रांची नहीं जाना पड़ेगा.