बिहार में इस वर्ष पांच नए बिजली ग्रिड बनाने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए बिहार सरकार द्वारा केंद्र सरकार से 490 करोड़ रुपए की मांग की है। जैसे ही केंद्र सरकार द्वारा सरकार को पैसे मिलती है। उसके बाद इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
बिजली कंपनी द्वारा औरंगाबाद जिले के दाउदनगर और नवीनगर, गया जिले के भोरे और बाराचट्टी तथा बगहा में ग्रिड बनाने की घोषणा की गई है। बता दे कि जो ग्रिड बनाए जाएंगे वे 132/33 केवी की क्षमता के होंगे, इसका प्रस्ताव कंपनी द्वारा नीति आयोग को भेजा गया है। ग्रिड बनाने के लिए दावा की गई राशि 490 करोड़ के समर्थन में नीति आयोग दावा आवश्यक दस्तावेजों की मांग की गई , जिसके बिहार सरकार की तरफ से पुनः केंद्र सरकार को पत्र के जरिए ग्रिड से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई गई। 7 दिसम्बर को योजना एवं विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने इस सम्बन्ध मे नीति आयोग को पत्र भेजा है।
नीति आयोग की रिपोर्ट में स्पष्ट रुप से लिखा गया है कि ट्रांसफर ग्रिड के तहत विशेष तौर पर ऊर्जा योजना पर कार्य किया जाएगा। जिसके लिए राज्य को 589 करोड़ 93 लाख रुपए की जरूरत पड़ेगी। राज्य सरकार को उम्मीद है कि उन्हें राशि की प्राप्ति हो जाएगी। जिसके बाद राज्य के पांच अन्य जिलों में इस बिजली ग्रिड का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
ग्रिडों निर्माण से गया, औरंगाबाद, पश्चिमी चम्पारण तथा उनसे सटे जिले लाभान्वित होंगे। फिलहाल इन जिलों में ट्रांसमिशन ग्रिड अधिक दूरी पर होने के कारण बिजली आपूर्ति व्यवस्था में कोई खराबी आने पर ये जिले तथा इनके आसपास के इलाके प्रभावित होते हैं। पांच बिजली ग्रिडों के निर्माण से बिजली आपूर्ति व्यवस्था बेहतर हो सकेगी।