रूस-यूक्रेन युद्ध का असर अब बाजार पर दिखने लगा है। पिछले 15 दिन में पाम ऑयल और रिफाइंड तेल 20 से 40 रुपये लीटर तक महंगे हो गए हैं। यही नहीं अन्य खाद्य पदार्थ आटा-मैदा और डालडा (वनस्पति) के दाम भी 5-10 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
राजधानी के खुदरा विक्रेताओं के अनुसार जहां यूक्रेन से पाम ऑयल की सप्लाई बाधित होने से खाद्य तेलों के दाम में तेजी आई है। वहीं, भारत से अन्य देशों में गेहूं का निर्यात बढ़ाने से आटा व मैदा के दाम 5 रुपये प्रतिकिलो बढ़ गए हैं। इधर, महंगाई ने होली की तैयारी में जुटे लोगों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, होली पर बनने वाले पकवानों में सरसों के तेल के अलावा रिफाइंड व पाम आयल का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है। इससे लोग ज्यादा चिंतित हैं। चीनी की भी मिठास कम हुई है। इसमें एक रुपये का उछाल आया है। हालांकि इसका कारण रूस-यूक्रेन युद्ध नहीं है।
सरसों तेल के दाम स्थिर रहने से राहत
दो देशों के बीच हो रहे युद्ध से जहां खाद्य तेलों के दाम पर सर्वाधिक असर पड़ा है। वहीं, व्यवसायियों का कहना है कि इस बार देश में सरसों की अच्छी पैदावार से सरसों तेल के दाम पर असर नहीं पड़ा है।
इससे आम लोगों को काफी राहत मिला है। मेवा की स्थिति भी स्थिर होली में बनने वाले माल पुए में मेवों का भी इस्तेमाल होता है। हालांकि इसके दाम स्थिर शहर के बाजार में जहां छुहाड़ा 240 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं, किशमिश 300-450 रुपये, काजू 700-900 रुपये, बादाम 700-1000 रुपये प्रतिकिलो मिल रहा है।
महंगाई ने फीका किया होली का बाजार: रांची के खुदरा व्यवसायियों के मुताबिक इस बार होली पर बाजार अच्छा रहने की उम्मीद थी। बढ़ी महंगाई से लोगों का उत्साह कम हुआ है। इससे बाजार थोड़ा फीका हुआ है।
रांची के खाद्य पदार्थ 15 दिन पहले वर्तमान में कीमत
- रिफाइन 125-200 रुपये 160-220 रुपये (प्रति लीटर)
- पाम ऑयल 120 रुपये 160 रुपये (प्रति लीटर)
- डालडा 130 रुपये 140 रुपये (प्रति लीटर)
- आटा 25 रुपये 28-30 रुपये (प्रति किलो)
- मैदा 25 रुपये 28-30 रुपये (प्रति किलो)
- चीनी 42-43 रुपये 43-44 रुपये (प्रति किलो)