पटना मेट्रो का काम धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। मलाही पकड़ी से न्यू आइएसबीटी रूट तक प्रायोरिटी कारिडोर का काम तो चल ही रहा, अब अशोक राजपथ पर भी मेट्रो का काम शुरू कर दिया गया है। कोरिडोर-दो के अंतर्गत गांधी मैदान और पटना विश्वविद्यालय के आसपास अशोक राजपथ पर पटना मेट्रो के लिए घेराबंदी की जा रही है। इन जगहों पर पहले मिट्टी की जांच और फिर डिजिटल सर्वे का काम होगा। इसके बाद जल्द ही स्टेशन के लिए पिलर का काम शुरू होगा। आपको बता दें कि आइएसबीटी के पास डिपाे बनाने के लिए काम चल रहा है।
सात भूमिगत स्टेशन बनाए जाने की है तैयारी
कोरिडोर-दो पटना स्टेशन से न्यू आइएसबीटी तक है, जिसमें एक दर्जन स्टेशन है। इसमें पटना स्टेशन से फ्रेजर रोड-गांधी मैदान-पीएमसीएच होते राजेंद्रनगर तक सात भूमिगत स्टेशन बनाए जाने हैं, जबकि मलाही पकड़ी से लेकर न्यू आइएसबीटी तक पांच एलिवेटेड स्टेशन बन रहे हैं। प्रायोरिटी कारिडोर के तहत एलिवेटेड स्टेशनों का काम अगले साल तक पूरा करने का लक्ष्य है।
- 32.49 किमी है पटना मेट्रो के दोनों कोरिडोर की लंबाई
- 17.93 किमी लंबा है दानापुर-मीठापुर-खेमनीचक रूट
- 14.56 किमी लंबा है पटना स्टेशन-गांधी मैदान-आइएसबीटी रूट
जाइका की राशि का हो रहा इंतजार
पटना मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों के काम में जाइका (जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी) की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भूमिगत रूट के के लिए बड़े फंड की आवश्यकता है, जो जाइका व अन्य वित्तीय संस्थानों से ली जानी है। सूत्रों के अनुसार, जाइका के अधिकारियों का दल इसी महीने पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का फिर से दौरा कर सकता है। जाइका से वित्तीय सहयोग मिलते ही एक दर्जन से अधिक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसमें भूमिगत मेट्रो का काम सबसे प्रमुख है। इसके पूर्व नवंबर में भी जाइका के जापान मुख्यालय की ओर से पटना मेट्रो का फैक्ट फाइंडिंग सर्वे कराया गया है।
Note : तस्वीर काल्पनिक है।