बिहार के प्रमुख शहरों में सीएनजी फिलिंग स्टेशनों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। सीएनजी, पेट्रोल और डीजल की तुलना में सस्ता होने के कारण लोगों का पसंदीदा ईंधन बनता जा रहा है। सरकार ने तो पटना में सभी आटो में सीएनजी लगाना अनिवार्य कर दिया है।
यही कारण है की पटना के सीएनजी फिलिंग स्टेशनों पर वाहनों का दबाव बढ़ रहा है। इसे देखते हुए अगले माह मार्च तक पटना में सीएनजी स्टेशनों की संख्या 15 से बढ़कर 20 हो जाएगी। परसा, भूतनाथ रोड, खुसरूपुर और पंडारक में नए सीएनजी स्टेशन खोले जाएंगे।
इसके अलावा मार्च तक मुजफ्फरपुर और बेगूसराय में भी सीएनजी स्टेशनों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने गुरुवार को नए सीएनजी स्टेशनों की स्थापना और पाइपलाइन विस्तार की समीक्षा की जिसमें यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में सीएनजी सेवा देने वाली कंपनियां गेल, आइओसीएल, थिंक गैस एवं आइओएजीपीएल के प्रतिनिधियों के साथ सीएनजी स्टेशनों की स्थिति पर बात हुई।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सीएनजी भराने के लिए लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए सीएनजी स्टेशनों का दौरा किया जाए। समस्या के कारणों की पहचान कर अविलंब समाधान का प्रयास किया जाए।
फिलहाल 33 सीएनजी स्टेशन हैं राज्य के 10 जिलों में, पटना में बढ़ रहा दबाव
मुजफ्फरपुर और बेगूसराय में भी सीएनजी फिलिंग स्टेशनों की बढ़ेगी संख्या
परसा, भूतनाथ रोड, खुसरूपुर और पंडारक में खुलेंगे नए सीएनजी स्टेशन
मार्च तक पटना में होंगे 20 सीएनजी स्टेशन, अभी हैं केवल 15
परिवहन सचिव ने कंपनियों को निर्देश दिया कि राज्य में प्रस्तावित सीएनजी स्टेशनों की स्थापना एवं पाइप लाइन के विस्तार में तेजी लाएं। पेट्रोल पंपों पर सीएनजी स्टेशन की स्थापना में किसी तरह की समस्या हो तो तत्काल अवगत कराएं उसका समाधान किया जाएगा।