पटना एयरपोर्ट जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। इसके नए टर्मिनल भवन को काफी शानदार बनाया जा रहा है।टर्मिनल भवन की दीवारों पर खूबसूरत मधुबनी पेंटिंग की कलाकृति दिखेगी। निर्माण के लिये प्रस्तावित एरोब्रिज में भी मधुबनी पेटिंग की छटा दिखेगी। पटना एयरपोर्ट की मुख्य बिल्डिंग दोमंजिला होगी और इसका एरियल व्यू नालंदा के खंडहर की तरह होगा। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद पटना एयरपोर्ट का नजारा काफी खूबसूरत दिखेगा।
एयरपोर्ट की मौजूदा डिजाइन के अनुसार टर्मिनल बिल्डिंग के सामने परिसर में एक शानदार बाग भी बनाया जाएगा जिसे मधुबन नाम दिया गया है। नये टर्मिनल बिल्डिंग के उपयोग के दौरान ऊर्जा संरक्षण और हरित पट्टी का ध्यान भी रखा जाएगा। नया इंटीग्रेटेड बिल्डिंग एनर्जी इफिसिएंसी में 4 सितारा गृह रेटेड होगा।
बता दें कि अभी पटना एयरपोर्ट पर 4.5 मिलियन पैसेंजर हर साल आते-जाते हैं। नए निर्माण के बाद यह 8 मिलियन पैसेंजर की सालाना क्षमता वाला हो जाएगा। एयरपोर्ट के निर्माण में कुल 1216.90 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। परियोजना के पूरा होने का संशोधित समय दिसंबर 2023 है। इसके अलावा नए परिसर में दिल्ली, कोलकाता और बंगलुरु एयरपोर्ट जैसी सुविधा देने की तैयारी है। इसके लिए टर्मिनल बिल्डिंग में स्वचालित सीढियां, लिफ्ट और पांच एरोब्रिज बनाये जाएंगे। एयरपोर्ट पर पांचमंजिले पार्किंग का निर्माण अंतिम चरण में है। इस पार्किंग में कुल 750 वाहनों को पार्क किया जा सकेगा।
पटना एयरपोर्ट पर शानदार टर्मिनल बिल्डिंग के अलावा मल्टीलेवल कार पार्किंग, कारगो कॉम्प्लेक्स, एयरपोर्ट फायर स्टेशन, एटीसी सह प्रशासनिक भवन बन रहा है। टर्मिनल बिल्डिंग में परिसर में 62 हज़ार स्क्वायर फुट कॉमर्शियल एरिया भी निर्धारित किया गया है जहां वर्ल्ड क्लास शॉपिंग की सुविधाएं मिलेंगी। दो मंजिले टर्मिनल बिल्डिंग में उड़ान भरने के लिए यात्रियों को पहले तल्ले पर जाना होगा जबकि आगमन एरिया निचले तल्ले पर निर्धारित किया गया है। पीर अली पथ से एलिवेटेड रास्ते से यात्री परिसर में जा सकेंगे। परिसर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यात्रियों के इस्तेमाल के लिए नए परिसर में कुल सात लाख स्क्वॉयर फुट जगह होगी।