प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बख्तियारपुर के नाम बदलने वाली सारी अटकलों पर विराम लगा दिया।
बता दें कि बख्तियारपुर का नाम बदलकर “नीतीश नगर” करने की मांग उठी थी। जिसे अब नीतीश कुमार ने सिरे से खारिज कर दिया है।
गौरतलब हो कि भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल तीन दिन से बख्तियारपुर का नाम बदलने की मांग कर रहे थे। सोमवार को उन्होंने अपनी इस मांग में यह जोड़ा कि बख्तियारपुर का नामकरण नीतीश कुमार के नाम पर “नीतीश नगर” किया जाए। या फिर किसी स्वतंत्रता सेनानी का नाम पर रखा जाए। मुख्यमंत्री के पिताजी स्वयं एक स्वतंत्रता सेनानी थे उनके नाम पर रखा जा सकता है। बख्तियार खिलजी तो लुटेरा था। उसके नाम पर शहर का नाम ठीक नहीं है।
जनता दरबार के बाद जब पत्रकारों ने सीएम नीतीश से इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ” क्या फालतू बात है, बख्तियारपुर का नाम काहै बदलेगा.. वह मेरा जन्म स्थान है। मुख्यमंत्री ने एक संदर्भ भी सुनाया कि नालंदा यूनिवर्सिटी को लेकर ऑल इंडिया कानून बन रहा था तो संसद में एक सांसद ने कहा कि जिसने नालंदा यूनिवर्सिटी को नष्ट कर दिया उसने अपना कैंप बख्तियारपुर में ही रखा था। इस बार इसी बख्तियारपुर में जन्म लिया हुआ एक आदमी नये सिरे से नालंदा यूनिवर्सिटी बनवा रहा है।
बता दें कि भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा था कि प्रयागराज की तरह बख्तियारपुर का भी नाम बदलना चाहिए। बख्तियारपुर का नाम उस लुटेरे के नाम पर नहीं होना चाहिए जिसने उस समय दुनिया के ज्ञान के सबसे बड़े केंद्र नालंदा विश्वविद्यालय को लूट कर आग लगा दी थी। ऐसे व्यक्ति के नाम पर शहर का नाम ठीक नहीं है। बरहाल मुख्यमंत्री ने इस मांग को खुद ही खारिज कर दिया है।