झारखंड के लातेहार जिले के सलैया जंगल में सुरक्षाबलों की झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई है। इसमें एक नक्सली मारा गया है, साथ ही बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गए हैं। वे झारखंड जगुआर में सेवारत थे। मुठभेड़ में घायल होने के बाद डिप्टी कमांडेंट राजेश को लातेहार से हेलीकॉप्टर से रांची के मेडिका अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें मृत हालत में ही लाया गया था। इधर, सुरक्षाबलाें ने मौके से छह हथियार बरामद किए हैं। पूरे इलाके में सर्च अभियान जारी है।
बताया गया कि घायल अवस्था में राजेश कुमार जंगल से लातेहार लाए गए। यहां पर प्राथमिक उपचार हुआ। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए हेलीकाप्टर से रांची ले जाए गए। रांची में मेडिका अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही उनका निधन हो गया। अस्पताल में डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। राजेश को कंधे और कमर के पास एक-एक गोली लगी थी। बुधवार को झारखंड जगुआर के टेंडर ग्राम स्थित मुख्यालय में शहीद डिप्टी कमांडेंट को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
35 वर्षीय शहीद राजेश कुमार बिहार के मुंगेर जिले के लाल दरवाजा निवासी लाल बहादुर राय के पुत्र थे। उन्होंने झारखंड जगुआर में सात सितंबर 2018 को योगदान दिया था। राजेश कुमार 12 नवंबर 2007 को बीएसएफ की नौकरी में आए थे। डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार ने कुछ दिन पहले झारखंड जगुआर परिसर में पौधरोपण भी किया था। गौरतलब है कि नक्सलियों से लोहा लेने के लिए झारखंड जगुआर का गठन किया गया है। इसमें राज्य पुलिस के जवान और अधिकारियों की नियुक्ति होती है। इधर, एडीजी संजय लाटकर भी मेडिका अस्पताल पहुंचे हैं।
करीब दो घंटे तक दोनों ओर से होती रही जमकर गोलीबारी
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार गुप्त सूचना मिली थी कि सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत नावागढ़ पंचायत के सलैया के जंगल में जेजेएमपी के उग्रवादी जुटे हुए हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं। इसी सूचना पर झारखंड जगुआर की स्मॉल एक्शन टीम जंगल में सर्च अभियान में पहुंची तो उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना साधते हुए गोलियां दागनी शुरू कर दी। करीब दो घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही। इस दौरान सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देखकर उग्रवादी घने जंगलों में भाग गए। मारे गए उग्रवादी की शिनाख्त की कवायद चल रही है। स्मॉल एक्शन टीम का नेतृत्व बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कर रहे थे। उग्रवादियों की गोली से राजेश जख्मी हो गए थे। रांची लाने के क्रम में उनकी मौत हो गई।
मुठभेड़ की सूचना मिलने के बाद लातेहार में हेलीपैड पर बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी पहुंचे थे। इलाके के ग्रामीण भी मामले की जानकारी लेने के लिए वहां पहुंचने लगे, लेकिन उन्हें हेलीपैड की ओर जाने से रोक दिया गया। मुठभेड़ के बाद जंगल में सर्च अभियान चलाया गया। इसमें एक-47 सहित छह उम्दा हथियारों की बरामदगी हुई है।
सुरक्षाबलों व उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के दस्ते के बीच गोलीबारी में एक उग्रवादी ढेर हुआ है। डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गए हैं। सर्च के दौरान उग्रवादियों के कई हथियार व सामान मिले हैं।’ -अंजनी अंजन, एसपी लातेहार।