देशभर में राज्य मार्ग का निर्माण तेजी से हो रहा है। ऐसे में निर्माण के साथ-साथ सरकार सौंदर्य करण पर भी जोड़ दे रहे हैं । नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने एक एक गाइडलाइन जारी किया है। उस गाइडलाइन में हाईवे के दोनों किनारे पौधारोपण किया जाएगा तो वही सड़क के बीचो बीच भी पौधे लगाए जाएंगे।
एनएचएआई के अनुसार झारखंड के रामपुर से मोहाली NH 33 के किनारे अब तक 35000 पेड़ लगाए गए तो वहीं सड़क के बीच डिवाइडर पर 69000 लगाए गए। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया एनएचएआई ने इस योजना के लिए पीईटीसीआई संस्था को कार्य का जिम्मा दिया है। इस संस्था के अनुसार अब तक 80% का कार्य पूरा हो चुका है तो वही इस साल के जून महीने तक रामपुर से मोहाली हाईवे तब इसका निर्माण पूरा कर दिया जाएगा।
पीआईटीसीआई संस्था के अध्यक्ष अजीत आनंद बताते हैं की सड़क के दोनों और तीनों रो में पौधे लगाए जाएंगे। जहां सभी हीरो में अलग-अलग पौधे का रोपण किया जाएगा। पहला रो में पीला गुलमोहर, अमलतस, नीली गुलमोहर, कचनार और चंपा, दूसरे रो में करंज, शीशम व अर्जुन के पौधे और तीसरे रो में कटहल, बंबू, आम, ईमली, कुसुम और जामुन आदि के पेड लगाए जा रहें है।
इस मार्ग के जिस क्षेत्र में हाथी आते हैं तो वहां बंबू का पेड़ लगाया जाएगा। जिससे हाथियों को भी भरपूर खाना मिलेगा वहां की स्थानीय बताते हैं कि हाथियों को अपने पसंद का खाना मिल जाता है तो वे अपने गंतव्य की ओर चले जाते है।
डिवाइडर पर पौधे लगाने का मुख्य उद्देश्य रात के समय होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है। इससे सामने से आ रही गाड़ी का फ्लैश ड्राइवर की आंखों पर सीधे नही पड़ती। इसके लिए बैगन बेलिया, रंगन और बोगनविलिया के पौधे को लगाया जा रहा है जिसकी ऊंचाई अधिकतम 1.5 मिटर तक होगी।