बेहद दिलचस्प है कि इस मासूम को बचाने वाले असिस्टेंट लोको पायलट अतुल आनंद इससे पहले भी सैकड़ों लोगों की जान बचा चुके हैं. साथ ही ट्रेनों के हादसे रोक चुके हैं. उनके इन्हीं साहसिक कार्यों और सूझबूझ को लेकर कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है. वहीं कई साल से ट्रेन चला रहे दीवान सिंह भी घटनाओं को रोकते रहे हैं.
रेलवे के आगरा डिवीजन के पीआरओ एस के श्रीवास्तव ने न्यूज १८ को जानकारी देते हुए बताया कि बिहार के पटना के रहने वाले सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट अतुल आनंद ने 2017 में ही रेलवे ज्वाइन किया है. इसके तुरंत बाद ही उनकी पोस्टिंग आगरा में हो गई. अभी तक तीन साल की नौकरी में अतुल आनंद तीन बार बहादुरी दिखा चुके हैं.