कांकेर में भी संविदाकर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं. स्वास्थ्य केन्द्रों में काम बंद सैकड़ों कर्मचारी बाहर निकल कर प्रदर्शन कर रहे हैं. आपको बता दें कि महीने की शुरुआत में ही छत्तीसगढ़ एनएचएम (Chhattisgarh NHM) संघ की जिला इकाई ने अपनी मांगों को लेकर राज्य के प्रमुख सचिव और मिशन संचालक को ज्ञापन सौंपा था. सेवा नियमित करने जैसी कई मांगों को लेकर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से यह ज्ञापन सौंपा गया था. इसमें 19 सितंबर तक मांगें माने जाने और इसके बाद से बेमियादी हड़ताल की चेतावनी दी गई थी. इसके बाद कर्मचारियों ने 10 दिनों तक काली पट्टी बांधकर काम किया. बावजूद इसके सरकार के मांगों पर ध्यान न देने के बाद ये कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं.
NHM कर्मचारियों से मेरी अपील है कि इस महामारी के समय में उन्होंने हड़ताल पर जाने का जो निर्णय लिया है उसे स्थगित कर दें। (1/2) pic.twitter.com/EUvtG8PLr3
— TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) September 18, 2020
इधर, 13 हजार संविदा कर्मियों की मांगों को लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singh Deo) ने स्वास्थ्य कर्मियों से अपील की है कि यह समय हड़ताल का नहीं है, इसे स्थगित करें. स्वास्थ्य मंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए कर्मचारियों से की गई अपील में कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणापत्र में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की सेवा पर ध्यान देने का वादा किया है. सरकार इस दिशा में काम कर रही है. कोरोनाकाल में हड़ताल करने से प्रदेश के बुजुर्ग, बच्चे और महिलाओं की सेहत को संकट हो सकता है, इसलिए ये हड़ताल खत्म करें.