झारखंड के रामगढ़ स्थित पतरातू एक मनमोहक वातावरण खूबसूरत घाटी नगरी व पहाड़ी सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहां देश के अलग-अलग हिस्सों से पर्यटक इस पतरातु लेक का लुप्त उठाने आते हैं। लेकिन झारखंड के इस सुंदर पतरातू लेक में जनवरी से ही पर्यटक इसका दीदार नहीं कर पा रहे थे। इसलिए इस लेक का लुप्त नहीं होता उठा पा रहे थे क्योंकि कोरोना के दूसरे वैरिएंट्स ओमिकॉर्न था । आपको पता होगा पिछले महीने ओमिकॉर्न की वजह से राज्य सभी प्रकार के बंदी का ऐलान कर दिया है जिसके कारण पतरातू के इस लेक को भी बंद करना पड़ा था ।
लेकिन सोमवार को झारखंड सरकार ने आपदा प्रबंधन के साथ बैठक की जिसमे सरकार नई गाइडलाइन्स जारी किया है। जिसमे सरकार के द्वारा सभी पर्यटन स्थलों को खोलने का आदेश दे दिया है।
पतरातू लेक में इन चीजों की मिलेंगी सुविधा
झारखंड के रामगढ़ में 1 एकड़ में फैला हुआ इस लेक का दीदार करने देश के हर कोने से सैलानी इसका लुप्त उठाने आते हैं। इस पतरातू लेक में नौका विहार और स्पीड बोट का दृश्य ऐसा विहंगम होता है जैसा कि मानो कश्मीर के डल झील हो। एक तरह से देखा जाए कश्मीर का डल झील ही झारखंड के इस पतरातु लेक में समा गया हो। इस लेक मे विशेष तौर पर स्पीड मोटर का लुप्त उठाने लोग आते है।
इस लेक के बंदी पर आजीविकाओं पर कितना असर पड़ा
लॉकडाउन के इस नई गाइडलाइन आने के बाद लेख में नौका विहार स्पीड बोट व दुकान चलाने वाले आजीविकाओं के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। लेक में नाव चलाने वाले नाविक का कहना है इस बंदी के कारण नाविक बोट का क़िस्त देना मुश्किल हो गया था । तो वही वहां दुकान चलाने वाले दुकानदार बताते है कि घर -परिवार चलाना और स्कूल का फीस देना भी भारी पड़ रहा था. अब सरकार ने रिजॉर्ट और पार्क खोलकर हम लोगों के चेहरे पर खुशी ला दी है।