रेलवे भर्ती बोर्ड की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) परीक्षा में 20 गुना अधिक अभ्यर्थियों को शामिल किया जाएगा. इससे अब 4.50 लाख अभ्य र्थियों की जगह सात लाख अभ्यर्थियों परीक्षा में बैठ सकेंगे. इसे लेकर जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी. सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें इस पर आम सहमति बन गई है.
बता दें कि 15 जनवरी को रेलवे एनटीपीसी लेवल 1 के परीक्षा परिणाम के बाद बिहार, झारखंड, यूपी में अभ्यर्थियों ने आंदोलन किया था. उम्मीदवारों की प्रमुख मांग रही थी कि प्रथम श्रेणी में शामिल अभ्यर्थी कई पदों पर शामिल हुए. ऐसे में दूसरे चरण की परीक्षा में उनको भी मौका दिया जाए. रेलवे ने उम्मीदवार की अधिकांश मांगों पर सहमत जताई है.
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे कुल रिक्तियों के 20 गुना के आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए सहमत हो गया है. इस महीने परिणामों की जारी कर दिया जाएगा. बता दें कि अभ्यर्थियों के आंदोलन के बाद रेल मंत्रालय ने 26 जनवरी को एनटीपीसी परीक्षा के द्वितीय लेवल को स्थगित कर दिया था. इसके साथ ही उम्मीदवारों के मुद्दों को हल करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने समिति को 4 मार्च तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे.
अधिकारियों ने बताया कि समिति को करीब 295,000 सुझाव मिले हैं. वेबसाइट के माध्यम से 2,18,000 सुझाव, ईमेल के माध्यम से 64,000 और रेलवे भर्ती बोर्ड से 13,800 सुझाव मिले हैं. रेलवे बोर्ड की ओर से 35,000 एनटीपीसी पदों पर भर्ती निकाली गई है. कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) लेवल-1 की परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या साढ़े चार लाख के आसपास रही. आंदोलन करने वाले अभ्यर्थियों की मांग थी कि रेलवे रोल नंबर के बजाए उम्मीदवारों का चयन करे, जिससे सात लाख की संख्या पूरी हो जाएगी. लेवल-1 में मेरिट आधार पर तीन लाख अभ्यर्थियों को चयन किया जाएगा.