यदि आपके पास किसी भी उत्पाद के इनोवेशन का आइडिया है तो उसे जमीन पर उतारने के लिए फंड की कमी नहीं होगी। सरकार आपकी हर स्तर पर मदद के लिए तैयार है। इसके लिए आपको तकनीकी, कार्यालय, फंड या कागजात को दुरुस्त करने में विशेषज्ञ हर समय मदद करेंगे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) में 13 से 15 मार्च तक देश के बड़े स्टार्टअप एवं इनोवेशन के विशेषज्ञ शिरकत करेंगे। आइआइटी के संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए तकनीकी विकास बोर्ड के सचिव राजेश कुमार पाठक ने कहा कि यदि बेहतर आइडिया आए तो किसी प्रकार की फंडिंग की कमी नहीं होगी।
कहा कि बिहार से भारत सरकार के पास बहुत कम प्रोजेक्ट पहुंच रहे है। जो प्रोजेक्ट पहुंचते भी है उसमें तकनीकी गड़बड़ी होने के कारण फाइनल से पहले ही छांट दिए जाते है। ऐसे में बिहार के लोगों को इनोवेशन को लेकर फंडिंग नहीं मिल पा रही है। उन्होंने बताया कि इन तकनीकी समस्या को दूर करने के लिए आइआइटी पटना में तीन दिन तक प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा होगी। इसमें विशेषज्ञ छात्र, शिक्षक और स्टार्टअप के लिए आगे आने वाले युवाओं को तकनीकी रूप से मजबूत बनाया जाएगा। उन्हें देश के दिग्गज विशेषज्ञ प्रोजेक्ट लिखने से लेकर प्रोजेक्ट बनाने के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने की जानकारी देंगे। सम्मेलन में आइआइटी के प्रो. जबार सिंह, सहायक प्राध्यापक कृपा शंकर भी मौजूद रहे।
आइडिया को उड़ान देनी हो तो जरूर पहुंचे
आइआइटी निदेशक प्रो. टीएन सिंह ने तीन दिवसीय कार्यशाला में राज्य के तकनीकी व परंपरागत विवि के शिक्षक, छात्र, शोधार्थियों के साथ युवाओं से अपील करते हुए कहा कि राज्य, समाज या देश के विकास में सहयोग करने वाले किसी प्रकार के आइडिया को उड़ान देनी हो तो तीन दिवसीय कार्यशाला का जरूर हिस्सा बनना चाहिए। राज्य के युवाओं को तकनीकी या आर्थिक स्तर पर इनोवेशन को जमीन पर उतारने को लेकर संस्थान मदद करेगा।
आन स्पाट होगा रजिस्ट्रेशन
कार्यक्रम के संयोजक प्रो. एके ठाकुर ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यशाला का रजिस्ट्रेशन 13 मार्च की सुबह आनस्पाट होगा। इसमें कोई शुल्क देय नहीं होगा। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राज कुमार सिंह, राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, तकनीकी विकास बोर्ड के सचिव राजेश कुमार पाठक, पावरग्रिड के पूर्व अध्यक्ष प्रो. आरपी सिंह, संस्थान के निदेशक प्रो. टीएन सिंह संयुक्त रूप से करेंगे। जबकि तीन दिनों तक होने वाले कार्यक्रम में विशेषज्ञ के रूप में भारत बायोटेक के अध्यक्ष पद्मभूषण डा. कृष्णा एम इल्ला, विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग के सचिव डा. एस चंद्रशेखर भी शामिल होंगे।